शराब माफियाओं के तार पूर्व जिले के माफियाओं से जुडे पकडे गये टैंकंर के साथ लोगों से हुआ खुलासा


मेरठ। शराब माफियाओं के साथ शासन व प्रशासन कितनी भी कार्रवाई क्यों न करले उनके हाथ उससे से भी ऊपर पहुुंच गये है। इस बात का खुलासा दौराला पुलिस द्वारा देवरिया से कैमिकल लेकर का रहे पकडे गये लोगो ंसे पता चला है कि यहा के शराब माफिया कैमिकल मंगा कर उससे नकली शराब तैयार कर आसपास के जिलो में बेच कर मौटा मुनाफा कमा रहे थे।
अलीगढ में हुए जहरीली शराब कांड के बाद से पश्चिमी उप्र में शराब माफियाओं के खिलाफ अपरेशन जहरीली शराब चल रहा है। इसी अभियान के तहत मेरठ पुलिस और क्राइम ब्रांच ने मिली गुप्त सूचना के आधार पर देवरिया जिले से केमिकल से भरे आ रहे दो टैंकरों के साथ नौ लोगों को पकड़ा है। पुलिस से पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि इसी केमिकल से वेस्ट यूपी के कई जिलों में शराब माफिया अवैध शराब बनाने का धंधा करते हैं।  सरगना को  दबोचने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम देवरिया की एक केमिकल फैक्ट्री के बाहर डेरा डाले हुए है
पुलिस ने दो टैंकर के साथ नौ लोगों को पकड़ा था। इनमें सात आरोपित मुजफ्फरनगर जिले के जौली जोला गांव के रहने वाले हैं और दो मेरठ जनपद के रुहासा गांव के हैं। पुलिस की मानें तो  टैंकरों में भरा केमिकल देवरिया जिले की एक केमिकल फैक्ट्री से आया है। यही केमिकल शराब माफिया को बेचा जा रहा है, जिससे वह अवैध शराब बना रहे हैं। आशंका है कि इस धंधे में मुजफ्फरनगर जिले की मंसूरपुर डिस्टलरी के तार जुड़े हो सकते हैं। पकडे गये लोगों  ने पुलिस को बताया कि मंसूरपुर डिस्टलरी से टैंकरों में भरकर रैपर और खाली बोतल निकाली जा रही थी। माना जा रहा है कि सरगना की गिरफ्तारी के बाद अवैध शराब के धंधे का पर्दाफाश होगा।

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