अस्पताल बनाने की चल रही तैयारी

नई दिल्ली। तेलंगाना के वारंगल में स्थित वारंगल सेंट्रल जेल का नजारा इन दिनों काफी बदला हुआ है। कैदी यहां अपना बोरिया-बिस्तर बांध कर जेल से निकलने की तैयारी में नजर आ रहे हैं। दरअसल 135 साल पुराने इस जेल में कैद सभी कैदियों को दूसरी जगह पर शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है। इस जेल को जल्द ही सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में तब्दील करने की तैयारी चल रही है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने पिछले महीने ही इस जेल का दौरा किया था। इसके बाद जेल को अस्पताल में बदलने का निर्णय लिया गया था। जिसके बाद कैबिनेट ने इसकी मंजूरी दी थी। 
हाल ही में जेल में बंद कैदियों के पहले बैच को हैदराबाद के चेरापल्ली जेल में शिफ्ट किया गया है। इसके तहत 119 कैदियों को इस जेल में शिफ्ट किया गया है। इसमें 39 महिलाएं भी शामिल थीं। कैदियों को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ले जाया गया है। कुछ तस्वीरें भी सामने आईं थीं जिसमें जेल के कैदी जेल के बाहर अपने सामान के साथ नजर आ रहे थे। यह कैदी अपना बिस्तर, कपड़ा, बाल्टी और बर्तन लेकर उस वैन का इंतजार कर रहे थे जिसमें उन्हें शिफ्ट किया जाना था।
इस जेल में कुल 966 कैदी हैं। अगले 2 हफ्तों के अंदर तेलंगाना के अलग-अलग जेलों में इन सभी कैदियों को शिफ्ट कर दिया जाएगा। इस जेल में चरमपंथी और कई राजनीतिक बंदी भी हैं। आपको बता दें कि 135 साल पुराना यह जेल 69 एकड़ में फैला है। एक महीने के अंदर जेल को पूरी तरह खाली कर इसे स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया जाएगा ताकि इसे सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में तब्दील किया जा सके। 

तेलंगाना के डीजी (जेल), राजीव त्रिवेदी ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि 'करीब 1000 कैदियों को अलग-अलग जगहों पर शिफ्ट करना है। यह मामला बेहद संवेदनशील है। मामला सुरक्षा से जुड़ा हुआ है और पुलिस काफी सहयोगपूर्ण रवैया अपना रही है। कैदियों को स्कॉर्ट व्हीकल दिया जा रहा है। जेल में कई सजायाफ्ता बंद हैं। इनमें से 600 से ज्यादा राज्य में अंडर ट्रायल हैं। इन कैदियों को दूसरी जेल में शिफ्ट करने के लिए जेल प्रशासन अदालत से उचित अनुमति भी लेगा।'
 


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