जनपद में सेनिटाइजेशन के काम में जुटीं 365 टीम

230 पम्पों व 40 प्रेशर टैंकरों द्वारा किया जा रहा सेनिटाइजेशन


नोएडा, 21 मई 2021। जनपद में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकार लगातार प्रयास कर रहे हैं। उसी का नतीजा है कि जनपद में संक्रमण  की रफ्तार घटी है। इसमें लोगों में आई  जागरूकता की भी बड़ी भूमिका है। जिला मलेरिया अधिकारी राजेश शर्मा का कहना है  कि जनपद में कोरोना संक्रमण रोकने में  सेनिटाइजेशन पर विभाग का  जोर रहा । इस कार्य में नवीन ओखला विकास प्राधिकरण (नोएडा) ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण, यमुना एक्सप्रेस वे विकास प्राधिकरण, नगर पालिका एवं नगर पंचायत, जिला पंचायती राज अधिकारी और जिला मलेरिया विभाग की 365 टीम जुटी हुईं हैं ।
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया-गौतमबुद्धनगर जनपद में विगत 15 दिनों में 365 टीम 8723 स्थानों पर  सेनिटाइजेशन का कार्य कर चुकी हैं । उन्होंने बताया - विकास प्राधिकरण द्वारा इनके अंतर्गत आने वाले गांवों, सोसाइटी एवं सेक्टर में 230 पम्पों व 40 प्रेशर टैंकरों  द्वारा  सेनिटाइजेशन का कार्य कराया जा रहा है। जनपद की समस्त नगर पालिका व नगर पंचायतों की ओर से 18 टीम पम्पों व प्रेशर टैंकरों  के माध्यम से नगरीय क्षेत्रों में लगातार  सेनिटाइजेशन का कार्य कर रही हैं। उन्होंने बताया जिला पंचायती राज अधिकारी की 74 टीम सभी 88 गांवों में  सेनिटाइजेशन  का कार्य कर रही हैं। जिला मलेरिया विभाग की तीन टीम नोएडा व ग्रेटर नोएडा में कोरोना पॉजिटिव रोगियों के घरों के अंदर  सेनिटाइजेशन कर रही हैं। उन्होंने बताया - जिला अस्पताल व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी निरंतर  सेनिटाइजेशन किया जा रहा है।  इन स्थानों को  सेनिटाइज करना बहुत जरूरी है क्योंकि इन स्थानों पर रोजाना सैकड़ों लोगों की आवाजाही रहती है। इन जगह कोरोना की जांच भी की जाती है, इसलिए यहां नियमित  सेनिटाइजेशन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि फील्ड में उतरी सभी टीम रोजाना औसतन 450 से 500 स्थानों पर  सेनिटाइजेशन कर रही हैं। प्रशासन द्वारा चिन्हित कंटेंनमेंट जोन में भी लगातार  सेनिटाइजेशन  किया जा रहा है।
जिला मलेरिया अधिकारी का कहना है कि कोरोना पर लगाम लगाने के लिए लोगों की सहभागिता भी जरूरी है। विभाग तो अपना कार्य कर ही रहा है, लोगों को चाहिए वह विभाग को सहयोग करें। उन्होंने लोगों से घरों के आस-पास साफ - सफाई रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कूलर के पानी को सप्ताह में एक बार जरूर बदलें, हो सके तो पूरा पानी सुखाकर कूलर को सुखा कर ही दोबारा भरें, खाली पड़े पात्रों में पानी न भरने दें। जनपद में पिछले दो-तीन दिन से बारिश हो रही है, खाली पड़े पात्र, गमले  व बेकार पड़े टायर भर गये हैं, उन्हें खाली कर सुखा लें अन्यथा मच्छर पनपने का खतरा रहेगा।  
 


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