लखनऊ ।उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों के बीच गुरूवार शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री और राज्यपाल के बीच यह एक शिष्टाचार भेंट थी। मध्यप्रदेश के भी राज्यपाल का प्रभार संभाल रही श्रीमती पटेल आज ही भोपाल से लौटी है। वह पिछले 17 दिनो से भोपाल में थी। अगले चुनाव में 8 महीने शेष रहने और मंत्रिमंडल में 6 पद रिक्त रहने के चलते मंत्रिमंडल विस्तार और प्रदेश अध्यक्ष भी बदले जाने की चर्चा प्रदेश में तेजी से चल रही है।  हालांकि सरकार से जुड़े लोग अभी ऐसी किसी सम्भावना से इंकार कर रहे है। 

लेकिन श्री योगी और श्रीमती पटेल के बीच होने वाली इस मुलाकात काे लेकर राजनीतिक हलकों में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अटकलों का बाजार गर्म रहा। इसके पीछे की वजह बतायी जा रही है कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रदेश भाजपा के नेताओं और संघ के पदाधिकारियों के संग एक बैठक की थी जिसे भी मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना से जोड़कर देखा जा रहा है। इस बीच संघ सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले ने भी हाल ही में लखनऊ का दौरा किया था। जिस तरह पिछली बार कुछ मंत्रियों को सरकार से संगठन में लाया गया था, उसी तर्ज पर इस बार भी एक वरिष्ठ मंत्री को संगठन की कमान सौंपे जाने की संभावना जताई जा रही है। वहीं कुछ मंत्रियों जिनकी कार्यशैली पर सवाल उठे थे, मुख्यमंत्री उन्हें हटाना चाहते हैं। वहीं कुछ नए चेहरों को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। ऐसा करके मंत्रिमंडल में क्षेत्रीय व जातीय संतुलन साधने की कोशिश हो सकती है।
आज की  मुलाकात के बीच सियासी गलियारे में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं तेज हो गईं। नौकरशाह से राजनेता बने अरविंद शर्मा मंत्रिमंडल में एक नया चेहरा बन सकते है।सूत्रों का कहना है कि एके शर्मा को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है, जबकि मौजूदा डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को स्वतंत्र देव सिंह की जगह उत्तर प्रदेश भाजपा की कमान सौंपने की चर्चा है। स्वतंत्र देव को मंत्रिमंडल में लिया जा सकता है। 
गौरतलब है कि इससे पहले 22 अगस्त 2019 को योगी मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया था। पहले मंत्रिमंडल विस्तार में छह स्वतंत्र प्रभार मंत्रियों को कैबिनेट की शपथ दिलाई गई थी। पिछले साल कोरोना संक्रमण से चेतन चौहान और कमल रानी वरुण का निधन हो गया था जबकि हाल ही में राज्यमंत्री विजय कश्यप का निधन हो गया है। योगी मंत्रिमंडल में 23 कैबिनेट मंत्री, 9 स्वतंत्र प्रभार मंत्री और 22 राज्यमंत्री हैं। इस तरह से यूपी सरकार में फिलहाल 54 मंत्री हैं जबकि इनकी अधिकतम संख्या 60 हो सकती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार से प्रदेश के दौरे पर थे। वह 24 मई को देवीपाटन व आजमगढ़ के दौरे पर गए थे। तब से वह लखनऊ नहीं लौटे थे। चार दिन बाद वह लौटे और शाम करीब 7 बजे के आसपास राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर उन्हें दौरे के बारे में पूरी जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने उन्हें श्री विष्णु और उनके अवतार नामक पुस्तक  भेंट की। मुख्यमंत्री इस दौरान करीब 50 मिनट से ऊपर तक उनके मंत्रणा करते रहे। दरअसल, हाल के दिनों में मुख्यमंत्री की राज्यपाल से यह सबसे लंबी भेंट थी। आमतौर पर वह 30 से 35 मिनट तक शिष्टाचार भेंट कर लौट आते थे।यूपी में पंचायत चुनाव में मिली हार के बाद से भाजपा की चिंता अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बढ़ गई है. सूबे के विधानसभा चुनाव में महज आठ महीने का समय बाकी है. उससे पहले सरकार और संगठन में व्यापक सुधार किये जाने हैं. इसीलिये सरकार के विस्तार की  चर्चा बार बार सामने आती है। 


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