विवि के बाबू जगजीवन शोघ पीठ में विचार गोष्ठी का आयोजन 


मेरठ । केंद्र सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा स्थापित बाबू जगजीवन राम शोध पीठ, राजनीति विज्ञान विभाग, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में सोमवार को बाबू जगजीवन राम के जन्म दिवस के उपलक्ष में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता डॉ सुषमा रामपाल द्वारा की गई एवं मुख्य वक्ता के रूप में राजनीति विज्ञान विभाग के सहआचार्य डॉ राजेंद्र पांडे  रहे।
 मुख्य वक्ता ने बाबू जगजीवन राम के व्यक्तित्व एवं उनके द्वारा राष्ट्र को समर्पित जीवन के बारे में बताया। बाबू जगजीवन राम द्वारा लंबे समय तक विभिन्न मंत्रालय में उनके नेतृत्व में किए गए कार्यों के बारे में बताया कि किस प्रकार कठिन समय में दृढ़ता दिखाते हुए सही निर्णय लिए जाते है। उन्होंने बताया की 1966 से 70 के दौरान किस प्रकार अकाल की स्थिति से निपटने के लिए हरित क्रांति का हमारे देश में आगाज हुआ। उस समय बाबू जगजीवन राम भारत के कृषि एवं खाद्य मंत्री थे। उनके अथक प्रयास से यह संभव हो पाया। इसी प्रकार भारत-पाकिस्तान के 1971 के युद्ध का भी उन्होंने वर्णन किया क्योंकि उस समय बाबू जगजीवन राम भारत के रक्षा मंत्री थे।  सेना का मनोबल बढ़ाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। मुख्य वक्ता ने दो तीन वृतांत के द्वारा बाबूजी के जीवन में कर्तव्यनिष्ठा की जो बातें थी समझाने की कोशिश की। इस कार्यक्रम में कार्यक्रम का संचालन डॉ देवेंद्र उज्ज्वल द्वारा किया गया एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ जयवीर राणा द्वारा दिया गया। कार्यक्रम में डा.अरुण विश्नोई, डा.संतोष त्यागी, काव्या, पायल, चित्रा, रजत, राजन,गौरव, डेलिशिया  आदि उपस्थित रहे।

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