: कानपुर, 07 मार्च। स्नातक छात्रा को खेत पर अकेला पाकर गांव के ही एक व्यक्ति ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। घटना के बाद उसी रात को ग्रामीणों ने आरोपित को दबोच लिया और जमकर पिटाई कर दी। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर शनिवार को कोर्ट में पेश किया और रविवार को उसकी अस्थाई जेल में मौत हो गयी। परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि आरोपित को अंदरुनी चोटें बहुत थी और पुलिस ने जानबूझकर अनदेखी की।
सचेंडी थाना क्षेत्र के दिलीपपुर गांव में 35 वर्षीय सुबोध बाजपेई की नियत उस समय खराब हो गयी जब शुक्रवार की शाम को गांव की एक बीए की छात्रा को खेत पर अकेला देख लिया। नशे में धुत सुबोध ने छात्रा से अश्लील हरकतें शुरु कर दीं। इसके बाद छात्रा को मुंह दबाकर खेत में खींच ले गया और जान से मारने की धमकी देकर दुष्कर्म किया। आरोपित के चंगुल से छूटकर छात्रा घर पहुंची और परिजनों को जानकारी दी। घटना की जानकारी पर परिजन आग बबूला हो गये और आरोपित को पकड़ने के लिए खेत की ओर खोजबीन की, पर वह नहीं मिला। इसके बाद बेटी को थाने ले जाकर सुबोध के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने आरोपित की तलाश शुरु की और इसी बीच ग्रामीणों ने देर रात आरोपित को गांव के बाहर पकड़ लिया। ग्रामीणों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी और पीटते हुए थाने लेकर पहुंचे। शनिवार को आरोपित का मेडिकल परीक्षण कराकर कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से उसे चौबेपुर अस्थाई जेल भेज दिया गया। रात भर जेल में रहने के दौरान रविवार को सुबोध की अस्थाई जेल में मौत हो गई। बंदी की मौत के बाद जेल अधीक्षक आरके जायसवाल, सचेंडी व थाना चौबेपुर पुलिस मौके पर पहुंची। एसपी ग्रामीण का कहना पुलिस अधीक्षक ग्रामीण बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि दुष्कर्म के आरोपित सुबोध बाजपेई की रविवार को अस्थाई जेल चौबेपुर में मौत हो गयी है। आरोपित के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। परिजनों ने अंदरुनी चोटों का आरोप लगाया है, हालांकि पुलिस ने उसका मेडिकल परीक्षण कराया था, लेकिन जांच के बाद डाक्टरों ने चोटों को गंभीर नहीं बताया और भर्ती करने से मना कर दिया था। परिजन अगर तहरीर देते हैं तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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