आईएमए के 60 साल के डा0 अनिल को लगी पहली कोरोना वैक्सीन बोले हारेगा कोरोना जीतेगा देश,7 स्थानों पर शुरू हो गया वैक्सीनेशन
मेरठ। कोरोना पर वार करने के लिये विश्व में सबसे बडा अभियान शनिवार यानी 16 से आरंभ हो गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व के इस सबसे अभियान का शुभारंभ दिल्ली के एम्स से आरंभ किया। वहीं मेरठ में कोरोना का सबसे पहला टीका जिला अस्पताल में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा अखिलेश मोहन व मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा अशोक तालियान को लगाया गया। वहीं मेडिकल कालेज में प्राचार्य डा ज्ञानेन्द्र कुमार को कोरोना का टीका लगाया गया। वहीं आईएमए के डा अनिल कोत्स को कोरोना वैक्सीनेशन का टीका लगाया गया। इसी के साथ मेरठ में सभी 7 स्थानों पर कोरोना वैक्सीनेशन का काम चल रहा है। सुरक्षा की जिम्मेदारी, एसएसपी अजलय साहनी, एसपी सिंह अखिलेश मोहन व एएसपी सूरज राय ने संभाली। इस दौरान उन्होंने मौके पर मौजूद सभी सीओ और थानेदारों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
सुबह 8बजे से ही वैक्सीनेशन की जिले के साथ पर तैयारी आंरभ हो गयी। लाला लाजपत राय मेडिकल कालेज, सुभारती मेडिकल कालेज, प्यारे लाल जिला अस्पताल, मवाना, आनंद अस्पताल, डफरिन हास्पिटल ,संतोष नर्सिंग होम में कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण की तैयारी पूरी कर ली गयी। जहां पर 100-100 लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाना था। । सीएमओ ने बताया कि सातों जगहों पर प्रधानमंत्री ने उद्धाटन किया। इन सभी जगहों पर एलईडी लगाई गई थी। जहां लाभार्थियों ने भी कार्यक्रम को देखा। उन्होंने बताया कि कोरोना वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। जिला अस्पताल में सीएमओ तो मेडिकल कालेज में प्राचार्य ने लगाया कोरोना का टीका शनिवार से मेरठ समेत पूरे देश में एक साथ लाचिंग हुए कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण के मेरठ में लाभार्थी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा अखिलेश मोहन व मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा ज्ञानेन्द्र कुमार बने। जिन्हे कोरोना का टीका लगाया गया। दोनो अधिकारियों ने टीका लगने के बाद कोरोना हारेगा देश जितेगा । इसका भारत विश्व में मिसाल बनेगा। जिस तरह से कोरोना महामारी के दौरान कोरोना का टीका तैयार कर विश्व के देशों को दिखा दिया है। भारत किसी भी चीज में कम नहीं है। सीएमओ ने बताया कि शनिवार के बाद जब भी वैक्सीनेशन शुरू किया जाएगा। वह तीन दिन तक चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि वैक्सीन लगवाना कोई जबरदस्ती नहीं है। तीनों चरणों में डाक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ के अलावा मेडिकल स्टूडेंट को भी वैक्सीन लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। इसमें कोई साइड इफेक्ट नहीं है। इस दौरान सीएमओ डा. अखिलेश मोहन के अलावा जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. प्रवीण कुमार, मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा अशोक तालियान, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा पूजा शर्मा, जिला अस्पताल की मुख्य प्रभारी डा मिनाक्षी अग्रवाल, जिला अस्पताल की सीएसएस डा मनीषा विज , डा. विश्वास चैधरी आदि भी उपस्थित रहे। सीएमओ डा. अखिलेश मोहन का कहना है कि पहले दिन सात केंद्रों पर सात सौ लोगों को टीका लगाया जा रहा है। दो से आठ डिग्री तापमान में रखी गई वैक्सीन को डिसबेल्ड सिरिंज के माध्यम से मांसपेशियों में लगाया गया। मेडिकल कालेज में प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र सिंह समेत सौ लोगों की सूची जारी कर दी गई है। इस दौरान डीएम के बालाजी भी स्थिति का जायजा लेते रहे। दोपहर दो बजे तक 40 प्रतिशत लोगों ने कोरोना को टीका लगवा लिया है। टीका लगाने के लिये चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टॉफ में दिखा हौसला कोरोना पर वार करने के लिये शनिवार से विश्व के सबसे अभियान का गवाह बने भारत में टीका करण के लिये लोगों में क ाफी जागरूकता दिखाई दे रही है। इसका उदाहरण मेरठ के सात के न्द्र बने जहां पर कोरोना वैक्सीनेशन हुआ। प्रधान मंत्री मोदी के सम्बोधन से पूर्व हर केन्द्र पर चिकित्सकों व पैरा मेडिकल स्टॉफ की लाइने लगी थी।
लोगों में इस बात को लेकर उत्सुकता थी कि पहला टीका उन्हें लगाया जाए। लेकिन पोर्टल में आये नम्बर ने उन्हें निराश किया। लेकिन टीका लगने के बाद उनके चेहरों की चमक साफ बता रही थी। वह वैक्सीन के टीके से कितने ज्यादा खुश है। जिन्होनें ११ माहिने अपनी जान की बाजी लगाकर मरीजों को मौत से बचाया। शाम तक यह डाटा डाल दिया जाएगा पूरे सात केन्द्रों पर कितने लोगों का वैक्सीनेशन किया गया।
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