लगभग सभी अस्पताल हुए खाली, जिले में कुल 433 एक्टिव केस
निजी कोविड अस्पतालों ने की नॉन कोविड किए जाने की मांग
गाजियाबाद। भले ही देश भर में कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर दहशत फैली हो, लेकिन जिले में कोरोना संक्रमण अब अपनी अंतिम सांसे गिनता नजर आ रहा है। जिले के अधिकांश अस्पताल खाली हैं, संक्रमण दर लगातार कम हो रही है और अब जिले में एक्टिव पेशेंट की संख्या 500 से भी कम रह गई है। इन हालातों को देखते हुए कई निजी कोविड अस्पताल संचालकों ने अस्पताल को नॉन कोविड किए जाने की मांग भी की है।
जिले में कोरोना संक्रमण लगातार कम हो रहा है। दिसंबर में संक्रमण दर में खासी कमी भी आई है। 10 दिसंबर से अब तक प्रतिदिन औसतन 60 मरीज रोज आ रहे हैं। जबकि नवंबर में यह औसत 150 था। उपचाराधीन कम होने से अस्पताल भी खाली हो रहे हैं। राजेंद्र नगर स्थित ईएसआईसी अस्पताल में पिछले लगभग एक सप्ताह से कोई मरीज भर्ती नहीं हुआ है, अब स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल को रिजर्व कर दिया है। कंबाइंड अस्पताल एल-2 में महज चार मरीज भर्ती हैं और संतोष अस्पताल एल-3 में 35 मरीज भर्ती हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी के अनुसार जिले के निजी कोविड अस्पतालों में 1100 से ज्यादा बेड हैं और उनमें 220 मरीज भर्ती हैं। जबकि लगभग इतने ही मरीज होम आइसोलेशन में हैं।
निजी कोविड अस्पतालों की मांग :
जिले में कोरोना संक्रमण कम होने से निजी कोविड अस्पताल संचालक भी अस्पताल में सामान्य स्वास्थ्य सेवाएं शुरू करना चाहते हैं। जिले में संचालित कई निजी कोविड अस्पतालों की ओर से नॉन कोविड किए जाने की मांग की गई है, लेकिन विभाग की ओर से अभी इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। अधिकारियों के अनुसार इस पर 10 जनवरी के बाद कोई निर्णय लिया जा सकता है। फिलहाल न्यू ईयर सेलिब्रेशन का इफेक्ट के चलते भी संक्रमण में बढ़ोतरी हो सकती है, इसलिए किसी निजी कोविड अस्पताल को नॉन कोविड किए जाने की अनुमति नहीं दी सकती।
जिले में 433 एक्टिव पेशेंट :
जिले में अब तक लगभग 26 000 लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। सितंबर और अक्टूबर में जिले के सभी कोविड अस्पताल लगभग फुल थे। अस्पतालों में आईसीयू बेड खाली नहीं थे और सामान्य बेड के लिए भी मारामारी थी। कई अस्पतालों में मरीजों को भर्ती होने के बाद बेड के लिए दो दिन तक इंतजार करना पड़ रहा था। हालांकि दिसंबर में हालातों में तेजी से सुधार आया है। सोमवार को ही जिले में एक साथ 460 संक्रमित स्वस्थ हुए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एनके गुप्ता के अनुसार ऐसा पोर्टल में गड़बड़ी के चलते हुए हुआ, मरीज प्रतिदिन स्वस्थ हो रहे थे, लेकिन पोर्टल पर अपडेट नहीं हो पा रहा था। पोर्टल पर अपडेट होने पर एक साथ इतने मरीजों के स्वस्थ का पता चला। फिलहाल जिले में 433 एक्टिव पेशेंट हैं।
हर्ड इम्युनिटी हो सकती है कारण :
जिले में तेजी से घट रहे कोरोना संक्रमण के बारे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एनके गुप्ता का कहना है कि लोगों में हर्ड इम्युनिटी आ रही है। जिले के लगभग 60 से 70 प्रतिशत लोगों में हर्ड इम्युनिटी विकसित हो चुकी है, जिसके चलते संक्रमण तेजी से घट रहा है और नए मरीजों की संख्या में बहुत कमी आई है। हालांकि अभी भी सावधानी बरतने की जरूरत है। जब तक कोरोना संक्रमण का एक भी मरीज सामने आ रहा है, तब तक लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए।
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