ओपीडी हर महीने के दूसरे और चौथे गुरुवार को चालू रहेगी
मेरठ। खराब जीवनशैली के कारण देश में गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर से ग्रस्त मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। इसका मुख्य कारण जागरुकता में कमी है। कैंसर के मरीजों के इलाज में दशकों के अनुभव के साथ, वैशाली स्थित मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ने गुरूवार मेरठ के मैक्स मेड सेंटर में गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसरों के प्रबंधन के लिए ओपडी सुविधाओं की शुरुआत की। इस ओपीडी के ज़रिए मैक्स अस्पताल लोगों को जीआई कैंसरों के बारे में जागरुक करने का उद्दश्य रखता है।
मेरठ में इस ओपीडी के लॉन्च के साथ, स्थानीय निवासियों को परामर्श और एक्सपर्ट सलाह के लिए अब लंबा सफर तय करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हालांकि, कनेक्टिविटी में सुधार की मदद से मरीज अब आपातकालीन स्थिति में मैक्स अस्पताल, वैशाली भी कम समय में पहुंच सकते हैं।ओपीडी 10 दिसंबर से शुरू हो रही है, जो हर महीने के दूसरे और चौथे गुरुवार को सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर के 1 बजे तक खुली रहेगी। इस ओपीडी में खुद मैक्स अस्पताल वैशाली के डॉक्टर अपनी एक्सपर्ट सलाह देने के लिए मौजूद रहेंगे।
बता दें गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसरों में विभिन्न प्रकार के कैंसर शामिल हैं जो जीआई ट्रैक्ट और डाइजेस्टिव सिस्टम को प्रभावित करते हैं। इसमें इसोफेगस, लिवर, पेट, पित्ताशय, पैंक्रियाज, छोटी आंत, कोलन, रेक्टम और एनस यानी कि मलद्वार शामिल हैं। आमतौर पर, इस प्रकार के कैंसर पेट में अल्सर बनने के कारण विकसित होते हैं, जो धीरे-धीरे शरीर के अन्य अंगों में फैल जाते हैं।
एचपीबी सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के एसोसिएट निदेशक और मेरठ हेड, डॉक्टर विवेक मंगला ने बताया कि, देश में कैंसर के बढ़ते मामले जागरुकता की कमी के स्तर को दर्शाते हैं। इस ओपीडी लॉन्च के साथ, मेरठ के लोगों को न सिर्फ फर्स्ट क्लास सुविधाएं प्राप्त होंगी बल्कि उन्हें बीमारी के बारे में जागरुक भी किया जाएगा। हालिया आंकड़े बताते हैं कि विकासशील देशों में कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। लेकिन उसी समय कैंसर केयर में बहुत सुधार आया है। बावजूद इसके लोग शिक्षा की कमी और गलत जानकारी के कारण इन सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं।
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