वर्ष 2011 में एक निजी विवि के मालिक के यहां पर हुई थी छापेमारी
मेरठ। मेरठ में प्रसिद्ध सर्राफ खेमचंद्र पवन कुमार के यहां आयकर विभाग की छापेमारी से जिले के अन्य व्यापारियों में दहशत है। सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग की टीम को छापेमारी में करोडों की बेनामी संपत्ति मिली है। इस संपत्ति के बारे में सर्राफ आयकर विभाग को कोई खास जानकारी नहीं दे सके। कानपुर से आई आयकर विभाग की टीम ने दो दिन छापेमारी की कार्रवाई की।
सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग की टीम को सोना बरामद करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। टीम में आए सदस्यों ने फ र्श तोडऩे के लिए मजदूरों को बुलाया। जिसके बाद प्रतिष्ठानों के फर्श तोड़े गए और दीवारों तक को तोड़ा गया। बताया जाता है कि सोना फ र्श और दीवारों के बीच छिपाकर रखा हुआ था। बेनामी संपत्ति सर्राफ ने दिल्ली,नोएडा और प्रदेश के अन्य जिलों के अलावा दूसरे राज्यों में भी खरीदी हुई थी। बता दे कि मेरठ के बड़े सोना कारोबारियों में शुमार खेमचंद पवन कुमार सराफ प्राइवेट लिमिटेड के 22 ठिकानों पर गुरुवार को आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने सुबह साढ़े सात बजे एक साथ छापेमारी की थी। छापेमारी की यह कार्रवाई शुक्रवार को देर रात तक चली। आय से अधिक संपत्ति के मामले में कानपुर से डिप्टी डायरेक्टर आयकर के नेतृत्व में टीम ने सदर बाजार स्थित दो प्रतिष्ठानों, वेस्ट एंड रोड व विश्व एन्क्लेव स्थित कोठी और तेजपाल एंक्लेव स्थित व्यापारी के सीए के घर पर जांच की। छापेमारी टीम ने सर्राफ के दिल्ली स्थित फर्म से महत्वपूर्ण दस्तावेज जुटाए हैं। शुक्रवार देर रात तक कारोबारी की दुकान और घर दोनों जगह टीम की कार्रवाई चली। शुक्रवार सुबह तक भी टीम की कार्रवाई जारी रही। कार्रवाई में दिल्ली और गाजियाबाद के अधिकारी भी शामिल हैं। देर शाम मेरठ से सहायक निदेशक सिस्टम राजीव प्रसाद के नेतृत्व में कुछ और अधिकारी कार्रवाई में शामिल हुए।
दो दर्जन से अधिक गाडियों में आए आयकर अधिकारी
सर्राफ के घर और उनके प्रतिष्ठान में छापेमार कार्रवाई के लिए आयकर विभाग की टीम दो दर्जन से अधिक गाडियों में आई थी। टीम ने सर्राफ के सभी प्रतिष्ठानों पर एक साथ छापेमार कार्रवाई के अंजाम दिया। बताया जाता है कि किसी सर्राफ के घर और उसके प्रतिष्ठानों पर आयकर विभाग की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है। इससे पहले मेरठ के इतिहास में इतनी बड़ी कार्रवाई किसी सर्राफ के ठिकानों पर नहीं मारी गई। छापेमारी से मेरठ के अन्य सर्राफा कारोबारियों में दहशत हैं।
पेशे से सराफ और शहर के बड़े बिल्डरों में शुमार पवन कुमार
परिवार के मुखिया पवन कुमार जैन पेशे से सराफ और शहर के बड़े बिल्डर हैं।बताया जाता है कि मोदीपुरम टोल प्लाजाए पांडव नगरए मोदीनगर में मोदीकॉनए नमोकार वाटिका सहित दर्जनों जगहों पर उन्होंने करोडो रुपया लगाया हुआ है। उनकी फर्म हीरेए सोने और चांदी के गहनों की सप्लाई पश्चिमी उप्रए दिल्ली के अलावा कई अन्य प्रदेशों में करती है। इसके अलावा विदेशों से भी वे भी सोने की खरीद.फरोख्त का काम करते हैं।
2011 में लगा था प्राइवेट विश्वविद्यालय के मालिक के यहां छापा
बता दे कि इससे पहले वर्ष 2010.2011 में मेरठ स्थित एक प्राइवेट विश्वविद्यालय के मालिक के अस्पताल और विवि में आयकर विभाग की बडी छापेमारी हुई थी। उस समय उस छापेमारी टीम में करीब 100 लोग शामिल थे। इतना ही नहीं छापेमारी की यह कार्रवाई लगातार तीन दिन तक चली थी। जिसमें करोडों रुपये की बेनामी संपत्ति आयकर विभाग के हाथ लगी थी।
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