मुजफ्फरनगर, 16 अक्टूबर 2020। महिला कल्याण तथा बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के सम्मिलित प्रयास से जनपद में शनिवार से मिशन शक्ति कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम 25 अक्टूबर तक चलेगा। इसका उद्देश्य यौन अपराध, बाल विवाह, दहेज हिंसा, घरेलू हिंसा, कानून व अधिकार, हेल्पलाइन नंबरों, एसिड अटैक, सुरक्षा तंत्र आदि के प्रति लोगों को जागरूक करना है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी वाणी वर्मा ने बताया मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत 17 अक्टूबर को महिलाओं तथा बच्चों की हिंसा से रोकथाम, 18 अक्टूबर को पॉक्सो (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण करने संबंधी अधिनियम), 19 अक्टूबर को लैंगिक समानता, घरेलू हिंसा तथा दहेज कानून, 20 अक्टूबर को कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम, 21 अक्टूबर को बाल-विवाह रोकथाम, 22 अक्टूबर को कोविड-19 के प्रति जागरूकता, 23 अक्टूबर को कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार, 24 अक्टूबर को बैठकें, 25 अक्टूबर को सुरक्षा शपथ च्च्योद्दाओंज्ज् का सम्मान आदि को लेकर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसमें निदेशक महिला कल्याण/नोडल अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी, मुख्य सेविका, शक्ति योद्धा (आगंनबाड़ी सहायिका), और जिला कार्यक्रम अधिकारी आदि का सहयोग रहेगा। उन्होंने बताया कि लोगों को हेल्प लाइन नंबरों जैसे 112 इमरजेंसी, 181 वूमन हेल्प लाइन, 1090 वूमन पावर लाइन, 1098 चाइल्ड लाइन की उपयोगिता के बारे में जानकारी दी जाएगी।
मिशन शक्ति के सिद्धांत 
सुरक्षा, सम्मान, समानता, गोपनीयता मिशन शक्ति के मुख्य सिद्धांत होंगे। मिशन के सफल संचालन के लिए महिलाओं तथा बच्चों की सुरक्षा, उनकी गरिमा का सम्मान, उनकी पहचान की गोपनीयता व चाहे वह किसी भी लिंग, जाति, धर्म से हो। उन्हें समानता पूर्ण वातावरण प्रदान करना, इस मिशन का आधार होगा। प्रदेश में मिशन का संचालन विभिन्न विभागों द्वारा सम्मिलित कार्य योजना के आधार पर किया जाएगा।
मिशन शक्ति के उद्देश्यः
उत्तर प्रदेश में महिलाओं व बच्चों के विरुद्ध अपराधों में संलिप्त अभियुक्तों के विरुद्ध मिशन व कार्रवाई।
महिलाओं तथा बच्चों की सुरक्षा से संबधित कानूनों, पॉक्सो एक्ट, घरेलू हिंसा अधिनियम व महिलाओं संबंधित कानून व प्रावधानों का प्रचार-प्रसार करना। महिलाओं तथा बच्चों की सुरक्षा व अपराधों की रोकथाम, हिंसा के प्रकरण में दंड के प्रावधानों के संबध में जागरूकता, संबंधित हेल्प लाइन नंबर तथा कल्याणकारी योजनाओं व सुविधाओं का प्रचार-प्रसार करना। महिलाओं तथा बच्चों की सुरक्षा के लिए प्रदेश के विभिन्न विभागों के मध्य समन्वय तथा कार्यरत अधिकारियों व कर्मियों को महिलाओं तथा बच्चों के मुद्दों के प्रति संवेदित करना।

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