सर्दी में संभावित कोविड उछाल के मद्देनजर आया नया शासनादेश
- 12 नवंबर तक विशेष जांच अभियान में पब्लिक कॉन्टैक्ट वालों की जांच
गाजियाबाद, ३० अक्टूबर २०२०। जनपद में कोविड उपचाराधीन लगातार कम हो रहे हैं। अब आंकड़ा एक हजार से नीचे पहुंच गया है लेकिन शासन ने सर्दी के मौसम में इसमें दोबारा उछाल आने की आशंका जाहिर करते हुए स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट रहने और विशेष जांच अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। विशेष अभियान में ऐसे लोगों की जांच की जा रही है जो सीधे पब्लिक के संपर्क में रहते हैं। शासनादेश में कहा गया है कि सभी सरकारी एवं निजी अस्पतालों में आने वाले आईएलआई (इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस) एवं सारी (सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन) के लक्षणों वाले सभी उपचाराधीनों की अनिवार्य रूप से कोरोना जांच की जाए।
जिला मलेरिया अधिकारी ज्ञानेंद्र मिश्रा ने बताया शासन के निर्देश पर विशेष जांच अभियान २९ अक्टूबर से शुरू हो गया है, जो १२ नवंबर तक चलेगा। पहले दिन जनपद में ऑटो चालकों की जांच की गई। शुक्रवार को अभियान का दूसरा दिन था। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ब्यूटी पार्लर और सैलून में कोरोना जांच करने पहुंची। शासन की ओर से मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को भेजे गये पत्र में कहा गया है कि सर्दी में कोविड की रोकथाम के लिए विशेष उपाय किए जाने की आवश्यकता है। आईएलआई एवं सारी के लक्षणों वाले सभी उपचाराधीनों की एंटीजन जांच किए जाने पर यदि रिपोर्ट निगेटिव आती है तो आरटी-पीसीआर जांच की जाए।
शासनादेश में कहा गया है कि ज्यादा लोगों के संपर्क में आने वालों जैसे वेंडर, ऑटो रिक्शा चालक, ब्यूटी पार्लर और सैलून में काम करने वाले, स्वास्थ्य कर्मी, कोविड हेल्प डेस्क पर पहचान किये गये लक्षणयुक्त लोगों की जांच की जाए। शासन ने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि स्वास्थ्य कर्मियों को पुन: ट्रेनिंग दी जाए, ताकि वह नई गाइड लाइन से अवगत रहें। शासन ने कोविड की रोकथाम के लिए मास्क पहनना, नियमित हाथ धोना व सामाजिक दूरी बनाए रखने के व्यवहार को पुलिस-प्रशासन के सहयोग से प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए हैं।
पहले, चौथे और सातवें दिन होम विजिट करें :
होम आइसोलेशन में रह रहे लक्षण विहीन उपचाराधीनों की लगातार मॉनिटरिंग करने के निर्देश शासन ने दिए हैं। शासनादेश में कहा गया है कि होम आइसोलेशन में रह रहे उपचाराधीन की मॉनिटरिंग के लिए पहले, चौथे व सातवें दिन होम विजिट की जाए। उपचाराधीन के साथ ही उसके संपर्क में आए सभी लोगों को आईवर मेक्टिन की गोलियां उपलब्ध कराई जाएं। होम आइसोलेशन में रह रहे उपचाराधीन को लक्षण प्रदर्शित होने पर तत्काल कोविड अस्पताल में भर्ती कराया जाए।
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