वेंक्टैश्वरा के दो विवि को यूजीसी ने सत्र 2020-21 के लिये 17 व्यवसायिक रोजगार परक पाठयक्रम को मिली अनुमति
मेरठ। उत्तर भारत के अग्र्रणी शैक्षणिक समूह वेंक्टेश्वरा के सोमवार का दिन ऐतिहासिक एंव बडी सौगात देने वाला रहा। वेंक्टेश्वरा समूह के दो विश्वविद्यालयो श्री वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश, एवं वेंक्टेश्वरा मुक्त विश्वविद्यालय अरुणाचल प्रदेश को भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मन्त्रालय के आयोग (यूजीसी) से डेढ दर्जन से अधिक नये रोजगारपरक बैचलर डिग्री (बीवॉक) वोकेशनल पाठ्यक्रम शुरु करने की अनुमति पत्र मिल गया है। जिसमे संस्थान अब इसी सत्र 2020-21 से कृषि प्रबन्धन, हैल्थ केयर, रिटेल मेनेजमैन्ट, पर्यटन समेत डेढ दर्जन (17) से अधिक व्यवसायिक रोजगारपरक पाठ्यक्रम शुरु करने जा रहा है। इस आशय की जानकारी इन पाठ्यक्रमोंका भारत सरकार से अनुमति पत्र मिलने पर आयोजित कार्यक्रम में वेंक्टेश्वरा समूह के चेयरमैन डॉ0 सुधीर गिरि एवं प्रतिकुलाधिपति डॉ0 राजीव त्यागी ने संयुक्त रुप से दी।
वेंक्टेश्वरा संस्थान को 17 नये व्यवसायिक रोजगारपरक पाठ्यक्रमोंकी अनुमति के बारे में विस्तार से बताते हुए संस्थान के प्रतिकुलाधिपति डॉ राजीव त्यागी ने बताया कि यह वेंक्टेश्वरा समूह को मिली एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। इन 17 पाठ्यक्रमंों में अकेले एक दर्जन पाठ्यक्रम हैल्थ केयर से जुडे है, जिनकी पूरे विश्व में भारी डिमाण्ड है एवं ये सभी सम्मानित स्वरोजगार की सम्भावनाओ से भरे है। भारत सरकार के कडे मानको पर खरा उतरते हुए एक साथ 17 नये रोजगारपरक पाठ्क्रमो की अनुमति पाने वाला वेंक्टेश्वरा उत्तर भारत का एकमात्र संस्थान/विश्वविद्यालय है। ये सभी पाठ्यक्रम कौशल विकास के साथ-2 रोजगार की असीम सम्भावनाओ से भरे हुए है।
इस अवसर पर कुलपति डॉ पीके भारती, कुलसचिव डॉ पीयूष पाण्डे, उपनिदेशक दूरस्थ शिक्षा डॉ अलका सिंह, डॉ राजेश सिंह, विकास भाटिया, डॉ अन्ना ब्राउन, डॉ मोहित शर्मा, डॉ विपिन कुमार, डॉ रूपेश कुमार, मौ फैजान, डॉ वीके चतुर्वेदी, प्रदीप कुमार, मारूफ चौधरी, डॉ संजीव सक्सेना, मनोज, दशमीत बग्गा, मोहित झा, अरूण गोस्वामी, डॉ0 स्मृति श्रीवास्तव, मीडिया प्रभारी विश्वास राणा आदि लोग उपस्थित रहे।
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