गन्धी कीट, धान का भूरा फूदका कीट व मक्का के फॉल आर्मी वोर्म से बचायें फसल
करें सीमित मात्रा में कृषि रसायनों का उपयोग:- प्रमोद सिरोही
वरिष्ठ संवाददाता
मेरठ। जिला कृषि रक्षा अधिकारी मेरठ प्रमोद सिरोही ने किसान भाईयों से अपील करते हुये कहा कि धान की फसल लगभग 100 दिन की हो चुकी है फसल में इस समय बालियाँ निकल रही है क्षेत्र में सर्वेक्षण के समय धान में कहींण्कहीं गन्धी कीटए भूरा फूदका कीट देखने में आया है व मक्का की फसल में फॉल आर्मी वोर्म कीट के प्रकोप की सम्भावना है अतरू ऐसी स्थिति में उनसे अनुरोध है कि अपनी फसल की ॠप्रतिदिन निगरानी करते रहे। उन्होने विभिन्न कीट जैसे गन्धी कीटए धान का भूरा फूदका कीट व मक्का के फॉल आर्मी वोर्म की पहचान व उसके उपचार के बारे में जानकारी दी।
उन्होने कीटो की पहचान एवं उपचार के बारे मे जानकारी देते हुये बताया कि गन्धी कीट की पहचान है कि यह कीट फसल की दुग्धावस्था में बालियों पर बैठकर दानों का रस चूसता है जिससे बाली में दाने नहीं बनते और जिसके कारण फसल की पैदावार प्रभावित हो जाती है। उन्होने इसके उपचार के बारे में बताया कि धान की फसल में नाइट्रोजन का प्रयोग बन्द कर दे और कीट का प्रकोप होने पर इमिडाक्लोप्रिड 17.8 प्रतिशत का 0.300 ली है 500.600 ली पानी के साथ स्प्रै करें या मिथाइल पैराथियान 2 प्रतिशत धूल का 25 किग्रा है बुरकाव करे या मैलाथियान 5 प्रतिशत धूल का 25 किग्रा है में बुरकाव करे।
उन्होने बताया कि धान का भूरा फूदका कीट की पहचान है कि वह धान की फसल में यह कीट ज? से ऊपर तने पर बैठकर पौधे का रस चूसता रहता है इस कीट का प्रकोप बहुत तेजी से बढता है और यह खेत में जगहण्जगह रस चूसकर पौधो को सुखा देता है। जिसके कारण फसल जगहण्जगह जली सी व सुखी सी नजर आती है। उन्होने इसके उपचार के बारे में बताया कि धान की फसल में नाइट्रोजन का प्रयोग बन्द कर दे साथ ही इमिडाक्लोप्रिड 17ण्8 प्रतिशत का 0.300 लीहै या डायमैथोएट 30 प्रतिशत का 150 ली0है0 या बी0पी0एम0सी0 50 प्रतिशत का 1 लीहै या डाईक्लोरोवास 76 प्रतिशत का 0.500 ली0है0 या ब्युप्रोफेजिन 25 प्रतिशत का 0.600 ली0है0 या थायोमैथाक्सम 25 प्रतिशत का 0.500 किग्राहै में से किसी एक कृषि रक्षा रसायन का 500-600 ली पानी के साथ स्प्रै करे सर्वप्रथम जिस स्थान पर कीट का प्रकोप है और इसके पष्चात पूरे खेत में स्प्रै कर दें।
No comments:
Post a Comment