अब कोर्ट ने लेस्बियन पत्नी और सभी आरोपियों को भेजा रिमांड पर
जोधपुर । राजस्थान के जोधपुर में एक सनसनीखेज मामले का खुलासाहुआ है। यहां एक लेस्बियन पत्नी ने कृषि विभाग के एएओ चरण सिंह अपने पति की नृसंश हत्या कर दी है। हत्या करने के बाद पति चरण सिंह के शव को इलेक्ट्रॉनिक ग्राइडर से किए टुकड़े करवाकर उसे नाले में फिंकवा दिया था। अब कोर्ट ने लेस्बियन पत्नि और सभी आरोपियों को रिमांड पर भेज दिया है।

जोधपुर में समलैंगिक संबंध के चलते ससुराल नहीं जाने चाहत में एक पत्नी ने पति की हत्या की साजिश रच दी। कृषि विभाग के एएओ चरण सिंह की पत्नी सीमा ने आपकी बहनों और एक परिचित के साथ मिलकर चरण सिंह की हत्या कर, शव के टुकड़े.टुकड़े कर नाले में फेंक दिया था। इस नृसंश हत्या के चारों आरोपियों को पुलिस ने महानगर मजिस्ट्रेट संख्या 5 के समक्ष पेश किया है। पुलिस ने कोर्ट के समक्ष अर्जी देते हुए बताया कि अभी तक हत्या में प्रयुक्त गए सामान को बरामद करना बाकी है। इसके चलते 5 दिन के पुलिस अभिरक्षा की आवश्यकता है, जिसे स्वीकार करते हुए कोर्ट ने सभी चारों आरोपियों को 5 दिन की पुलिस रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया।
ऐसी रची थी साजिश
कृषि विभाग के एएओ चरण सिंह की पत्नी सीमा व सालियां बबीता व प्रियंका और एक परिचित भींयाराम जाट ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद उसके शव को बाथरूम में ले जाकर इलेक्ट्रॉनिक ग्राइंडर के जरिए टुकड़े.टुकड़े कर दिए थे और उन्हें नाले में फेंक दिया था।इसके बाद शव के टुकड़े नगर निगम के ट्रीटमेंट प्लांट में फेंके गए थे, जिसके बाद शहर सनसनी फैल गई।
पत्नी को गौना करवाकर अपने घर ले जाना चाहता था ससुराल
दरअसल चरण सिंह की पत्नी सीमा की महिला के साथ समलैंगिक संबंध थे। जिनके चलते वह ससुराल नहीं जाना चाहती थी। चरण सिंह के विवाह को लंबा समय हो गया था, लेकिन गौना होना बाकी था। जिसको लेकर चरण सिंह अपनी पत्नी पर लगातार दबाव बना रहा था और सामाजिक मर्यादा के चलते वह अपने समलैंगिक संबंधों के बारे में किसी को बता नहीं पाई और उसने वह कदम उठा लिया जिसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता।
पुलिस ने किया ग्राइंडर और अन्य सामान बरामद
बनाड थाना अधिकारी अशोक आंजना ने बताया की हत्या में प्रयुक्त किए गए ग्राइंडर और अन्य सामान बरामद कर लिए गए हैं। लेकिन वाहन बरामद करना बाकी है। इसके अलावा कुछ और सामान बरामद करने हैं। जिसको लेकर आज पुलिस ने रिमांड मांगा था और कोर्ट के चारों आरोपियों को पुलिस अभिरक्षा में पुलिस को सौंप दिया। पुलिस अब रिमांड के जरिए केस के सभी पहलूओं तक पहुंचना चाहेंगीए ताकि इस केस से जुड़े सभी राज सामने आ सके।
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