चीन की निर्भरता खत्म 

अब देश में तैयार की जाएगी आइसक्रीम स्टिक , लोगों को मिलेगा रोजगार 

 न्यूज प्रहरी ,शामली । पूरे विश्व कोरोना का संक्रमण फैलाने वाले चीन की उल्टी गिनती आरंभ हो गयी है। इसकी शुरूआत आर्थिक चोट पहुंचा कर हो रही है।चीन से आयात होने वाले उत्पादों का विकल्प भी उद्यमी तलाश रहे हैं। शामली के भी एक उद्यमी ने इसी तरह की पहल की है। आइसक्रीम में प्रयोग होने वाली बर्च लकड़ी की स्टिक पहले चीन से मंगवाई जा रही थी, लेकिन अब यूक्रेन से बर्च लकड़ी मंगाकर वह अपनी फैक्टरी में स्टिक तैयार कराएंगे। स्टिक में प्रयोग होने वाली बर्च लकड़ी का ऑर्डर यूक्रेन की एक कंपनी को दे दिया है।.

इंडस्ट्रियल एरिया में अमर स्प्रिंट इंडस्ट्रीज के मैनेजिंग डायरेक्टर अनुज गर्ग कहा कहना है कि आइसक्रीम में जो स्टिक लगती है वो अधिकांश चीन से मंगाई जाती है। ये स्टिक बर्च नामक लकड़ी से बनती हैं। बीते साल उन्होंने भी करीब दो करोड़ की स्टिक मंगाई थीं। लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वदेशी पर जोर दिया। नए उद्योग लगाने और लोगों को रोजगार देने की अपील की। इसके बाद उनका मन बदला और चीन से एक्सपोर्ट होने वाली स्टिक का विकल्प तलाशा।

उन्होने बताया इस मामले में उनकी पत्नि ने उनकी पूरी सहायता की। उन्होने बताया पत्नी ने टूरिज्म में मास्टर डिग्री की है। वे एक्सपोर्ट, इंपोर्ट का काम देखती हैं। उन्होंने बताया कि जब उनकी फैक्टरी में दूसरी कंपनियों के लिए पापुलर, आदि लकड़ी की स्टिक बनती हैं तो फिर से बर्च की लकड़ी से स्टिक भी तैयार कर सकते हैं। नेट पर सर्च किया तो पता चला कि बर्च नाम की लकड़ी कई यूरोपीय देशों में भी होती है। यूक्रेन की एक कंपनी से संपर्क किया तो, माल और रेट ठीक लगा। उन्होंने दो कंटेनर माल 5500 यूरो यानि करीब पांच लाख रुपये का खरीद लिया। जल्दी ही सप्लाई गुजरात आएगी। वहां से ट्रक से माल शामली पहुंच जाएगा।

उन्होने बताया स्टिक तैयार कराने में करीब 200 लोगों को रोजगार देंगे। इनमें 100 लोग फैक्टरी में माल तैयार करेंगे, जबकि 100 महिलाएं घर पर बैठकर पैकिंग कर सकती हैं। स्टिक के एक हजार के पैकेट बनते हैं। एक परिवार में करीब 100 पैकेट बन सकते हैं।


यह खासियत होती है बर्च की लकड़ी में 


बर्च नामक लकड़ी से तैयार होने वाली स्टिक काफी मजबूत होती है और ये मुड़ती नहीं है, जबकि अन्य लड़की से बनी स्टिक मुड़ जाती हैं। कई आइसक्रीम प्लांट इस तरह के होते हैं कि उनमें मुडऩे वाली स्टिक नहीं चल पाती। इसलिए बर्च लकड़ी की स्टिक इस्तेमाल की जाती है। उन्होने कहा कि चीन ने भारतीय बाजारों में अपने उत्पाद से कब्जा किया हुआ है। हमें चीनी उत्पादों का विकल्प तलाश कर भारतीय बाजार से चीन का दखल खत्म करना होगा। चीन जैसे उत्पाद अपने यहां खुद तैयार कर लोगों को रोजगार देना होगा। 

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