• विधायक तेजपाल नागर व नगरपालिका अध्यक्ष गीता पंडित ने किया उद्दघाटन
  • अभियान के तहत हर माह नौ तारीख को की जाती है गर्भवतियों की जांच 

  • news prahari.com नोएडा। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बादलपुर  में गुरूवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान की मॉडल क्लीनिक का शुभारम्भ हुआ। दादरी के विधायक तेजपाल नागर, दादरी नगरपालिका की अध्यक्ष गीता पंडित, मायावती डिग्री कॉलेज की प्राचार्य डॉ दिव्या नाथ और  अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नेपाल सिंह ने संयुक्त रूप से इसका उद्घाटन किया। मॉडल क्लीनिक में 125 गर्भवती महिलाओं की  प्रसव पूर्व देखभाल तथा 12 हाईरिस्क प्रेगनेंसी  केस (एचआरपी)चिन्हित किये गये की गई।  

  • विधायक तेजपाल नागर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की  गर्भवती माताओं के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएसएमए) चलाया है, जिसमें देश के सभी प्राइवेट डॉक्टरों से उन्होंने अपील की 'आप सभी पूरे साल में 12 दिन गरीब गर्भवती  महिलाओं की चिकित्सा को दें और यह कार्य आपको नजदीकी सरकारी अस्पताल में हर माह की नौ तारीख को जाकर करें’।  नगरपालिका दादरी की अध्यक्ष गीता पंडित ने कहा कि हर गर्भवती महिला को हर महीने की नौ तारीख  को अपनी सभी जांच सरकारी अस्पताल में करवानी चाहिए। मायावती डिग्री कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ दिव्या नाथ ने कहा कि गर्भवती महिला को कई बार खतरनाक स्थितियों से गुजरना पड़ता है। जैसे शरीर में सूजन, दौरे पड़ना, तेज रक्त चाप, तेज बुखार आदि। इस लिए उन्हें नजदीकी सरकारी अस्पताल में जाँच करवानी चाहिए।

  • अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नेपाल सिंह ने प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान की जानकारी दी। उन्होंने बताया हर गर्भवती महिला के लिए पांच टेस्ट जरूरी हैं, जैसे ब्लड टेस्ट, यूरिन टेस्ट , ब्लड प्रेशर, हीमोग्लोबिन और अल्ट्रासॉउन्ड। उन्होंने बताया प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में प्रजनन, मातृ, नवजात शिशु एवं किशोर स्वास्थ्य (आरएमएनसीएच +ए) के तहत निदान तथा परामर्श सेवाओं सहित गुणवत्तायुक्त प्रसव पूर्व देखभाल की कवरेज़ (एएनसी) की परिकल्पना की गयी है। इसमें सभी गर्भवती महिलाओं को दूसरी या तीसरी तिमाही की कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच सुनिश्चित करना। प्रसव पूर्व जाँच के दौरान देखभाल की गुणवत्ता सुधारना, कोई भी नैदानिक स्थितियां जैसे रक्ताल्पता, गर्भावस्था प्रेरित उच्च रक्तचाप, गर्भावधि मधुमेह आदि का  उचित प्रबंधन। उचित परामर्श सेवाएं एवं सेवाओं का उचित प्रलेखन रखना। उन गर्भवती महिलाओं को, जो  किसी भी कारण से अपनी प्रसव पूर्व जाँच नहीं करा पायी, उन्हें अतिरिक्त अवसर प्रदान करना। प्रसूता के पूर्व और मौजूदा नैदानिक स्थिति के आधार पर उच्च ज़ोखिम गर्भधारण की पहचान करना। हर गर्भवती महिला को विशेष रूप से जिनकी पहचान किसी भी ज़ोखिम कारक या बीमारी स्थिति में की गयी हैं, उनके लिए उचित जन्म योजना और जटिलता की तैयारी करना। कुपोषण से पीड़ित महिलाओं में रोग का जल्दी पता लगाने, पर्याप्त और उचित प्रबंधन पर विशेष ज़ोर देना आदि इस कार्यक्रम के उद्देश्य हैं। इस अभियान के तहत लाभार्थियों को हर महीने की नौ तारीख़ को प्रसव पूर्व देखभाल सेवाओं (जांच और दवाओं सहित) का न्यूनतम पैकेज प्रदान किया जाता है। किसी माह में नवीं तारीख को रविवार या राजकीय अवकाश होने की स्थिति में अगले कार्यदिवस पर यह दिवस आयोजित किया जाता है। इन सेवाओं को शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में निर्धारित स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी/सीएचसी,डीएच/शहरी स्वास्थ्य केंद्रों आदि) पर उपलब्ध कराया  जा रहा है ।
  • पीएसएमए क्लीनिक के उद्घाटन अवसर  पर डॉ अरविन्द कुमार वैश्य अधीक्षक सामुदायिक स्वस्थ्य केन्द्र , डॉ रणवीर सिंह , डॉ आशा किरण , डॉ चन्दन सोनी , सुनीता यादव एचइओ, स्टाफ नर्स गुंजन व सीजा, एल टी मुकेश तिवारी, एमएच कंसलटेंट राजेंद्र का विशेष योगदान रहा। इस बार होली के त्यौहार के मद्देनजर इस अभियान का आयोजन निर्धारित नौ तारीख की जगह पर 12 मार्च को किया गया ।

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