“मिशन अस्मिता” से बड़ा खुलासा
यूपी समेत 6 राज्यों में धर्मांतरण रैकेट सक्रिय, इंटरनेशनल फंडिंग और ISIS से लिंक
लखनऊ/आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा में लव जिहाद और धर्मांतरण के एक सनसनीखेज मामले का खुलासा हुआ है। दो बहनों की गुमशुदगी से शुरू हुई इस जांच ने जैसे ही गहराई पकड़ी, एक संगठित मॉड्यूल सामने आया जो यूपी समेत छह राज्यों में धर्म परिवर्तन का षड्यंत्र चला रहा था। इस मॉड्यूल में इंटरनेशनल फंडिंग, कनाडा-अमेरिका कनेक्शन, पीएफआई जैसे प्रतिबंधित संगठनों से जुड़ाव और ISIS के प्रभाव तक के लिंक सामने आए हैं। पुलिस ने अब तक 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
24 मार्च को आगरा से दो सगी बहनें अचानक लापता हो गईं। परिजनों ने सदर थाना क्षेत्र में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने शुरुआत में इसे गंभीरता से नहीं लिया और यह कहकर मामला टाल दिया कि दोनों लड़कियां बालिग हैं। लेकिन पिता की लगातार कोशिशों और दबाव के चलते 41 दिन बाद पुलिस ने साइमा उर्फ खुशबू के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज किया।
ब्रेनवॉश से धर्मांतरण तक
बड़ी बहन की दोस्ती जम्मू-कश्मीर की रहने वाली साइमा से थी, जिसने उसका ब्रेनवॉश किया। बड़ी बहन के वापस लौटने पर उसने अपनी छोटी बहन को भी उसी रास्ते पर डाल दिया। पुलिस जांच में पता चला कि दोनों बहनें धर्मांतरण नेटवर्क से जुड़ चुकी थीं। पुलिस को यह मामला “The Kerala Story” जैसी स्क्रिप्ट वाला लगा, जिसमें एक युवती दूसरी को फंसाती है।
संगठित मॉड्यूल, इंटरनेशनल फंडिंग और ISIS कनेक्शन
लखनऊ में डीजीपी राजीव कृष्ण, एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश और आगरा के पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने बताया कि यह मॉड्यूल बेहद संगठित है।
•PFI, SDPI और पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों से इसके तार जुड़े हैं।
•कनाडा और अमेरिका से धर्मांतरण के लिए फंडिंग होती थी।
•कुछ युवतियों की तस्वीरें AK-47 के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं, जिससे ISIS कनेक्शन की पुष्टि हुई।
•युवकों को पैसे और ऐशो-आराम का लालच देकर धर्म बदलवाया जाता था।
•युवतियों को लव जिहाद के जरिए इस मिशन में जोड़ा जाता था।
डीजीपी का बयान: “मिशन अस्मिता” के तहत कार्रवाई
डीजीपी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर “मिशन अस्मिता” के तहत इस पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने की रणनीति पर काम हो रहा है। एसटीएफ और साइबर टीमों की मदद से छापेमारी की गई और मॉड्यूल को ट्रैक किया गया।
गिरफ्तार आरोपी और उनकी लोकेशन
अब तक पकड़े गए 10 आरोपियों में शामिल हैं:
1.शेखर रॉय उर्फ हसन अली – बैरकपुर, कोलकाता
2.आयशा उर्फ एसबी कृष्णा – गोवा से गिरफ्तार
3.ओसामा – कोलकाता
4.रहमान कुरैशी – आगरा
5.अब्बू तालिब – खालापार, मुजफ्फरनगर
6.अबुर रहमान – देहरादून
7.मोहम्मद अली – जयपुर
8.जुनैद कुरैशी – जयपुर
9.साइमा उर्फ खुशबू – जम्मू-कश्मीर
10.एक अज्ञात महिला – सोशल मीडिया पर AK-47 के साथ तस्वीर वायरल
पुलिस की रणनीति और तकनीकी जांच
•एडीसीपी सिटी आदित्य के नेतृत्व में 7 टीमों का गठन किया गया
•साइबर सेल और सर्विलांस की मदद से लोकेशन ट्रैकिंग
•बैरकपुर और गोवा तक टीमों ने रेड की
•लड़कियों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया
विशेष बात: धर्मांतरण का ISIS जैसा मॉडल
डीजीपी के मुताबिक, यह नेटवर्क ISIS मॉडल की तर्ज पर काम करता था। युवतियों को ब्रेनवॉश कर उन्हें धर्मांतरण के लिए तैयार किया जाता था और फिर मिशन की तरह दूसरे युवाओं को जोड़ने का काम करवाया जाता।
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