लिफ्ट में फंसकर स्पोर्ट्स कारोबारी हरविंन्द्र सिंह की दर्दनाक मौत 

 परिजनों में मचा कोहराम , जांच में जुटी पुलिस 

मेरठ। शनिवार को थाना सिविल लाइन क्षेत्र के सूरज कुंड में एक स्पोर्टस कारोबारी की लिफ्ट में फंसकर दर्दनाक मौत हो गयी। आनन फानन में उन्हें गढ़ रोड़ अस्पताल ले जाया गया। लेकिन बीच रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वही कारोबारी की मौत से स्पोर्टस कारोबारियों में  शोक छाया हुआ है। 

 जवाहर क्ववार्टस  निवासी 63 वर्षीय हरविन्द्र उर्फ पप्पी की सूरज कुंड पर इंडियन स्पोर्टस के नाम से शोरूम है। जानकारी के अनुसार वह शाम के समय लिफ्ट से जा रहे थे। तभी उनका गला  लिफ्ट में फंस गया। जब तक शोरूम के कर्मचारी पहुंचते तब तक काफी देर हो चुकी थी। बेहोशी की हालत में आनन फानन में उन्हों गढ़ रोड़ न्यूटिमा अस्पताल में ले जाया गया। लेकिन उससे पहले ही उनकी मौत हो गयी। चिकित्सकों ने उनकी नब्ज को देखा तो वह काम नहीं कर रही थी वही स्पोर्टस कारोबारी मौत की खबर सुनते ही ।  थाना पुलिस सहित सीओ सिविल लाइन अभिषेक भी पहुंचे हैं। वहीं सूचना पर मृतक का परिवार भी पहुंचा है। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।सीओ सिविल लाइन ने बताया कि अपने ही शोरूम की लिफ्ट में फंसने से उसके मालिक परविंदर सिंह की मौत हुई है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा दिया है। अन्य आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।वही पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर लिफ्ट की जांच पड़ताल की। 



 देश भर में जाता था खेल का सामान 

मृतक हरविन्द्र सिंह की खेल सामग्री के क्षेत्र में उनकी कंपनी का नाम देशभर में जाना जाता है। स्थानीय लोगों के मुताबिक, वह बेहद मिलनसार और समाजसेवी स्वभाव के व्यक्ति थे। उनकी मौत की खबर से खेल जगत और व्यापारिक समुदाय में शोक की लहर दौड़ गई।



प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, हरविंदर सिंह फैक्ट्री के शोरूम के पास खड़े थे, जहां खुली लिफ्ट अचानक ऊपर उठ गई और उनकी गर्दन उसमें फंस गई। हादसा इतना भीषण था कि तत्काल मौत हो गई।हालांकि, यह अब भी स्पष्ट नहीं है कि लिफ्ट में कोई तकनीकी खराबी थी या फिर सुरक्षा उपायों में चूक हुई।पुलिस का कहना है कि लिफ्ट की जांच के लिए विशेषज्ञों को बुलाया गया है। सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं ताकि पूरी घटना की सटीक जानकारी मिल सके।

सीओ सिविल लाइन अभिषेक ने कहा, “घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारण की पुष्टि की जाएगी। यदि लिफ्ट के रखरखाव में कोई लापरवाही पाई जाती है तो संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

हरविंदर सिंह की मौत से उनके परिवार के सदस्य दम तोड़ते आंसुओं में डूबे हुए हैं। वहीं, मेरठ व्यापार मंडल, खेल संगठन और स्थानीय व्यापारी उनके घर पहुंचे और शोक संवेदना व्यक्त की।

 नयी लिफ्ट बनी मौत का कारण 

 शोरूम के ऑनर हरविंदर सिंह ने माल ढुलाई के लिए एक ओपन लिफ्ट लगवाई है। इससे स्पोर्ट और जिम इक्विपमेंट को ग्राउंड फ्लोर से पहली और दूसरी मंजिल पर ले जाया जाता है।शनिवार शाम हरविंदर सिंह इसी लिफ्ट में ग्राउंड फ्लोर से दूसरी मंजिल पर जा रहे थे। अचानक लाइट चली गई। लाइट जाने पर हरविंदर ने गर्दन बाहर निकालकर देखा कि अचानक लिफ्ट बंद क्यों हुई। गर्दन बाहर निकालते ही अचानक लाइट आ गई और हरविंदर सिंह को सिर हटाने का मौका तक नहीं मिला।उनकी गर्दन लिफ्ट में फंस गई और ऐसे ही घिसटते हुए दूसरी मंजिल पर पहुंच गए। इस घटना में हरविंदर सिंह की आधी से ज्यादा गर्दन कट गई। जब लिफ्ट ऊपर जाकर रुकी, तब तक कारोबारी की मौत हो चुकी थी। उस समय ऊपर का फ्लोर खाली था, इसलिए कोई उनको देख ही नहीं पाया।

आधे घंटे बाद CCTV देखने पर घटना का पता चला

ऊपर का फ्लोर खाली था, इसलिए कोई समझ नहीं पाया कि क्या हुआ। करीब आधे घंटे बाद शोरूम के ग्राउंड फ्लोर में बैठे स्टाफ की नजर सीसीटीवी कैमरों के लिए लगे कंप्यूटर स्क्रीन पर गई। जब स्टाफ को सीसीटीवी में हरविंदर लिफ्ट में फंसे दिखे। तो उसने जोर-जोर से शोर मचाना शुरू किया।

पड़ोसी कारोबारी तुरंत मौके पर पहुंचे

स्टाफ की आवाज सुनकर आस पड़ोस के शोरूम के लोग भी दौड़ पड़े। जब लोग वहां पहुंचे तो कर्मचारी ने बताया कि अंकल जी लिफ्ट में फंसे हैं। इसके बाद लोग दूसरी मंजिल पर पहुंचे। देखा तो चैनल वाली लिफ्ट के दरवाजे में हरविंदर सिंह की गर्दन फंसी थी।इसके बाद तुरंत हरविंदर के बेटों को पड़ोसी कारोबारियों और स्टाफ ने कॉल कर हादसे की जानकारी दी। उनके बेटे शोरूम की दूसरी मंजिल पर पहुंचे। देखा पिता का शव लिफ्ट में फंसा था। गर्दन का ज्यादा हिस्सा कट चुका था। लोगों ने लिफ्ट को धक्का देकर हरविंदर की बॉडी को बाहर निकाला।

रॉड से लिफ्ट को धकेलकर हरविंदर को निकाला

पड़ोसी स्पोर्ट्स कारोबारी अनुज ने बताया कि आधे घंटे में हम सब लोगों ने मिलकर लिफ्ट से उनको बाहर निकाला। उनको न्यूटिमा अस्पताल ले गए। लेकिन उनकी मौत पहले ही हो चुकी थी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। शव का पोस्टमॉर्टम कराने को कहा, लेकिन परिजनों ने इनकार कर दिया। बाद में पुलिस के समझाने पर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।

कारोबारी के दो बेटे 

हरविंदर सिंह के दो बेटे अभित और मनप्रीत हैं। बड़े बेटे अभित की शादी हो चुकी है। जबकि छोटे बेटे मनप्रीत की अभी शादी नहीं हुई है। परिवार जवाहर क्वार्टर थाना लालकुर्ती में रहता है। जबकि शोरूम और फैक्ट्री सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के सूरजकुंड के देवीनगर में है। पड़ोसी कारोबारियों ने लोहे की रॉड से लिफ्ट को पीछे धकेला और हरविंदर को लिफ्ट से बाहर निकाला।


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