योग सिर्फ शरीर को स्वस्थ रखने का माध्यम नहीं, यह हमारी चेतना को संतुलित करने का विज्ञान है- कुलपति

"हस्तिनापुर में योग – सांस्कृतिक चेतना और स्वास्थ्य का आध्यात्मिक संगम"

मेरठ। संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की 11वीं वर्षगांठ को चिह्नित करते हुए, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने एक प्रेरणादायक सामुदायिक योग शिविर का आयोजन किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जनमानस में योग के प्रति चेतना जागृत करना, भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों को पुनर्जीवित करना तथा आधुनिक जीवनशैली के तनावपूर्ण प्रभावों से राहत हेतु योग को जन-जन तक पहुंचाना था।

हस्तिनापुर, जो कि महाभारत काल से जुड़ा एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थल है, कार्यक्रम के आयोजन के लिए विशेष रूप से चुना गया। इसका पौराणिक महत्व प्रतिभागियों में गौरव, आध्यात्मिक ऊर्जा और सांस्कृतिक जुड़ाव का स्रोत बना।

प्रातः 9:30 बजे: कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चारण एवं दीप प्रज्वलन से हुई।9:45 से 9:55 बजे तक: योगाचार्य द्वारा सूर्य नमस्कार, प्राणायाम, कपालभाति, भ्रामरी, ताड़ासन, वृक्षासन, त्रिकोणासन आदि का सामूहिक अभ्यास कराया गया।

कार्यक्रम की प्रेरणा  राज्यपाल  द्वारा प्रेषित संदेश से मिली, जिसमें योग को वैश्विक शांति एवं स्वास्थ्य  की कुंजी बताया गया। युवाओं से आह्वान किया कि वे योग को जीवन का हिस्सा  बनाएं, न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए, बल्कि सामूहिक कल्याण हेतु।

विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला जी ने अपने संबोधन में कहा "योग सिर्फ शरीर को स्वस्थ रखने का माध्यम नहीं, यह हमारी चेतना को संतुलित करने का विज्ञान है।" यह जीवन को श्रेष्ठ मार्ग पर ले जाने का कार्य करता है । 

150+ प्रतिभागी (छात्र, शिक्षक, स्थानीय ग्रामीण, वरिष्ठ नागरिक)

विशेष रूप से महिलाओं और युवाओं की सक्रिय उपस्थिति

स्वयंसेवकों  ने जल एवं प्राथमिक उपचार सेवा प्रदान कर कार्यक्रम को निर्बाध संचालित किया

इस आयोजन ने न केवल योग की शारीरिक और मानसिक लाभकारी भूमिका को रेखांकित किया, बल्कि हस्तिनापुर जैसे सांस्कृतिक स्थलों को योग पर्यटन केंद्र  के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक ठोस कदम भी सिद्ध हुआ।

यह शिविर एक प्रेरक संदेश लेकर संपन्न हुआ—“योग न केवल अभ्यास है, बल्कि यह आत्म-चिंतन और सामूहिक उत्थान का माध्यम भी है।”

इस अवसर पर स्वामी कल्यान देव डिग्री कॉलेज के प्राचार्य डॉ महेश ने विश्वविद्यालय परिवार के सदस्यों का जोरदार स्वागत किया |

कार्यक्रम में प्रति कुलपति प्रो. मृदुल गुप्ता, प्रो. बीरपाल सिंह, प्रो. दिनेश कुमार, प्रो. कृष्णकांत शर्मा, प्रो. बिन्दु शर्मा, योग विज्ञान विभाग के समन्वयक प्रो. राकेश कुमार शर्मा,राष्ट्रीय सेवा योजना के विश्वविद्यालय समन्वयक डॉ. दुष्यंत चौहान, डॉ वैशाली पाटिल विश्वविद्यालय के कुलसचिव अनिल कुमार यादव, विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी श्री रमेश चंद्र विश्वविद्यालय अभियंता मनीष मिश्रा, डॉ. धर्मेंद्र कुमार, योग विज्ञान विभाग के शिक्षक डॉ नवज्योति सिद्धू, अमरपाल, सत्यम सिंह, डॉ कमल शर्मा, अंजू मलिक, ईशा पटेल, साक्षी मावी आदि  मौजूद रहे।

यह आयोजन केवल योग अभ्यास तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह भारतीय परंपरा, आत्म-साक्षात्कार और सामाजिक समरसता का पर्व बन गया। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय द्वारा यह प्रयास शिक्षा संस्थानों के लिए एक उदाहरण है कि किस प्रकार आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक मूल्यों को जनमानस से जोड़ा जा सकता है।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts