आतंक प्रेम में पाकिस्तान ने खोद ली अपनी कब्र, अब भारत देगा ‘जलसमाधि’

नयी दिल्ली,एजेंसी। अरब सागर में भारतीय नौसेना की ड्रिल से पाकिस्तान की नींद उड़ी हुई है। बेचैनी इस कदर बढ़ गई है कि पाकिस्तान अरब देशों से गुहार लगा रहा है। तुर्किए की शरण में पहुंचे पाकिस्तान ने सुरक्षा में मदद के लिए कहा है। तुर्किए ने एक शिप भेज भी दिया है, जिसके बाद पाकिस्तान ने प्रोपैगेंडा फैलाना शुरू किया है कि तुर्किए उसके साथ युद्ध की तैयारियों में शामिल है लेकिन पाकिस्तान की पोल खुद तुर्किए ने खोल दी क्योंकि तुर्किए का वॉरशिप ड्रिल में शामिल होने आया है और फिर वापिस लौट जाएगा। अब पाकिस्तान में खलबली मची हुई है। कहीं इस बीच भारत सर्जिकल स्ट्राइक कर देता है तो भारी विनाश से कोई नहीं बचा सकता।

पाकिस्तान थर्रा रहा है। कांप रहा है भयभीत है कि कहीं इस बार समंदर से नेवल स्ट्राइक ना हो जाए क्योंकि जमीन से हुई पहली सर्जिकल स्ट्राइक में पीओके में आतंकी लॉन्चपैड की तबाही देख थर्रा चुका है। उसके बाद एयर स्ट्राइक में फाइटर जेट मिराज से बमबारी में भी आतंकी ठिकानों की तबाही देख चुका है।  उरी, पुलवामा का बदला पूरा हुआ। अब पहलगाम हमले के बदले की बारी है। इस बार पाकिस्तान को नेवल स्ट्राइक का डर है। इसलिए पाकिस्तान ने अपने नेवल पोर्ट पर हाई अलर्ट कर दिया है। कराची पोर्ट पर नेवल हेडक्वार्टर की सुरक्षा बढ़ा दी है। हालात ऐसे हैं कि कई शिप को उसने ग्वादर पोर्ट पर शिफ्ट भी किया है।

नेवल फ्रंट पर पाकिस्तान के डर की वजह है उसकी नौसेना का कमजोर होना। इसलिए पाकिस्तान ने तुर्किए के सामने गुहार लगाई। तुर्किए ने कूटनीतिक फैसला लिया। एक तरफ उसने पाकिस्तान वॉरशिप भेजकर संबंध नहीं बिगाड़े हैं। दूसरी तरफ उसने युद्ध में वॉरशिप के इनकार से भारत को नाराज होने से रोक लिया लेकिन पाकिस्तान में दुनिया में ढिंढोरा पीट रहा है। पाकिस्तान ने कहा है, तुर्किए का जंगी जहाज बुयुकुडा कराची पोर्ट पहुंच चुका है। समुद्री सुरक्षा सहयोग में ये बड़ा कदम है। जल्द ही अरब सागर में युद्धाभ्यास शुरू किया जाएगा।

जबकि तुर्किए की तरफ से कहा गया है, जंगी जहाज सिर्फ एक सद्भावना संकेत देने के लिए पहुंचा है। युद्धाभ्यास में शामिल होना पूर्व निर्धारित था। तुर्किए पहले भी पाकिस्तान के साथ नेवल ड्रिल में शामिल होता रहा है। तुर्किए का जंगी जहाज टीसीजी बुयुकडा पाकिस्तान की ड्रिल में शामिल होकर लौट जाएगा लेकिन पाकिस्तान इसे ऐसे दिखा रहा है जैसे तुर्किए पाकिस्तान के साथ युद्ध में शामिल हो रहा है। इससे पहले भी पाकिस्तान ने दुनिया को भ्रमित करने की कोशिश की थी।

जब तुर्किए का विमान कराची एयरबेस पर पहुंचा था, तब कुछ रिपोर्ट में दावा किया था कि तुर्किए का जहाज पाकिस्तान को हथियार पहुंचाने आया है। हांलाकि बाद में तुर्किए ने साफ किया था कि उसका विमान केवल ईधन भराने के लिए रुका था। अब ठीक उसी तरह का प्रोपेगेंडा पाकिस्तान तुर्किए के वॉरशिप को लेकर फैला रहा है। तुर्किए की सफाई के बाद से अब पाकिस्तान के सामने संकट है, क्योंकि भारत ने अरब सागर में पाकिस्तान की घेराबंदी शुरू कर दी है।

एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत अरब सागर में लगा दिया है। पिछले 6 दिन से अरब सागर में नेवल ड्रिल चल रही है। जबकि एक दिन पहले नेवल चीफ ने पीएम मोदी से मुलाकात की थी। दोनों के बीच करीब 1 घंटे बातचीत हुई थी। नेवल फ्रंट पर बड़ा फैसला लिया जा सकता है। इस साल भारतीय नेवी 8 बार युद्धाभ्यास कर चुकी है, जो बताता है कि भारतीय नेवी हर परिस्थिति के लिए तैयार है। इस दौरान भारतीय नेवी ने 15 देशों की नौसेना के साथ युद्धाभ्यास किया है। युद्धाभ्यास में भारत के 70 वॉरशिप शामिल हो चुके हैं। अब बौखलाया पाकिस्तान यूएन से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक की मांग कर रहा है, जहां भारत ने पहले से ही उसके प्रोपेगेंडा को बेनकाब कर दिया है। 

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