अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी स्मृति अभियान’’ के सुअवसर पर ’’संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह’’ का  आयोजन

--पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होल्कर जैसी दूरदर्शी, न्यायप्रिय, समाज सुधारक उनके समकालीन कोई भी नहीं-  सत्यपाल सैनी, 

--शिक्षा, समाज सुधार एवं महिला उत्थान के लिए अहिल्याबाई होल्कर द्वारा किये गये अद्वितीय सराहनीय कार्यो के कारण उनके जीते जी ही लोग उनको ’’देवी एवं लोकमाता’’ कहकर उनकी पूजा करने लगे थे- डॉ. हरिसिंह ढिल्लो, 

--देवी अहिल्याबाई होल्कर ने महिलाओ को शिक्षित कर उनको पुरुषो के बराबर लाकर समाज एवं देश की मुख्य धारा में जोड़ने का काम किया- सुधीर गिरि

--केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार ने पिछले एक दशक में देश की सम्मानित आधी आबादी मातृशक्ति के उत्थान के लिए इतने कार्य किये, जितने पिछले पचास वर्षो में नही हुए- उदयगिरि गोस्वामी

--देवी अहिल्याबाई होल्कर से प्रेरित होकर आज देश की बेटिया हर क्षेत्र में भारत का परचम लहरा रही है- डॉ. राजीव त्यागी

  मेरठ।  बुधवार को  श्री वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय/संस्थान में पुण्यश्लोकी देवी अहिल्याबाई होल्कर की ’’त्रिशताब्दी स्मृति अभियान’’ के सुअवसर पर  संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें वक्ताओ ने देश, समाज, धर्म, शिक्षा, न्याय एवं महिला उत्थान के लिए उनके द्वारा किये गये कार्यो की प्रशंसा करते हुए उपस्थित छात्र-छात्राओं को उनके दिखाये गये धर्म एवं न्याय के रास्ते पर चलने की शपथ दिलायी। 

श्री वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय/संस्थान के सरदार पटेल सभागार में पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी स्मृति अभियान पर आयोजित एकदिवसीय संगोष्ठी का शुभारम्भ मुख्य अतिथि प्रदेश उपाध्यक्ष एवं सदस्य विधान परिषद सत्यपाल सैनी, शिक्षक विधायक हरिसिंह ढिल्लों, संस्थापक अध्यश  सुधीर गिरि, प्रतिकुलाधिपति डॉ. राजीव त्यागी, नगर पालिका चेयरमैन शशि जैन, आदि ने सरस्वती माँ की प्रतिमा के सन्मुख दीप प्रज्जवलित करके एवं अहिल्याबाई की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करके किया। 

अपने सम्बोधन मे मुख्य अतिथि प्रदेश उपाध्यश  सत्यपाल सैनी ने कहा कि मराठा शासक देवी अहिल्याबाई एक कुशल प्रशासक एवं महान योद्धा तो थी है, लेकिन इसके साथ-साथ वो सामाजिक न्याय महिला उत्थान, शोषित एवं वंचितो की मसीहा, शिक्षा एवं देश में धर्म स्थलो मन्दिरो, मस्जिदो, गुरूद्वारों, के पुर्नोधार के लिए जानी जाती थी। उनके विचार आज भी प्रासंगिक है। उनके द्वारा महाराष्ट्र में ही नहीं बल्कि पूरे देश में किये गये सामाजिक न्याय के कारण ही उनको देश की ’’लोकमाता’’ एवं जीते जी ’’देवी अहिल्याबाई’’ के नाम से जानते थे। 



संगोष्ठी को एम0एल0सी0 हरिसिंह ढिल्लो, प्रतिकुलाधिपति डॉ. राजीव त्यागी, पालिका चेयरमैन शशि जैन आदि ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर शुभम चौधरी, गिरीश त्यागी, ऋषिपाल नागर, अभिनव कौशिक, हिमांशु त्यागी, पूरन सिंह सैनी, चन्द्रभान भाटी, कुलपति कृष्णकान्त दवे, कुलसचिव पीयूष पाण्डेय, डॉ. राजेश सिंह, एस.एस. बघेल, अरूण गोस्वामी, मारूफ चौधरी, मेरठ परिसर से निदेशक  डॉ. प्रताप सिंह एवं मीडिया प्रभारी विश्वास राणा आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शानदार संचालन महामंत्री अभिनव कौशिक ने किया।

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