'अपनों के साथ सपनों की बात'

प्रयागराज। सर सुंदर लाल छात्रावास के अकादमिक उन्नयन और छात्रावास में परस्पर संवाद को कायम रखने हेतु इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल छात्रावास में कुलपति प्रो संगीता श्रीवास्तव के दिशा निर्देशन में  'अपनों के साथ, सपनों की बात' बैनर तले प्रथम- संवाद श्रृंखला का आयोजन किया गया। इस पहल की शुरुआत छात्रावास के नवनियुक्त संरक्षक आलोचक प्रो. कुमार वीरेंद्र के निर्देशन में की गई।
कार्यक्रम में बतौर वक्ता के रूप में छात्रावास के ही पुरा छात्र रहे प्रो. मार्तण्ड सिंह, इलाहाबाद डिग्री कॉलेज, रणवीर सिंह चौहान, यात्री कर अधिकारी, प्रयागराज, डॉ.संतोष कुमार तिवारी, यात्री कर अधिकारी, कौशांबी, सुरेश बहादुर सिंह एजीए, इलाहाबाद हाइकोर्ट, हितेश कुमार सिंह, संपादक, प्रयाग पथ तथा डॉ. धारवेंद्र प्रताप त्रिपाठी- अध्यापक, बाल भारती आदि मंचस्थ रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत में छात्रावास के संरक्षक प्रो. कुमार वीरेंद्र ने मंचस्थ अतिथियों का परिचय दिया। इसके बाद छात्रावास के अंतःवासी रहे रणवीर सिंह चौहान ने छात्रावास के पुस्तकालय को किताबें भेंट की। इसी क्रम में अपर शासकीय अधिवक्ता, इलाहाबाद हाइकोर्ट सुरेश बहादुर सिंह  ने छात्रावास की स्पोर्ट्स कमेटी को खेलकूद का सामान भेंट किया।
प्रथम वक्ता के तौर पर विश्वविद्यालय के 1996 बैच के स्वर्ण पदक विजेता रणवीर सिंह चौहान अपनी बात रखते हुए छात्रावास और विश्वविद्यालय के अपने अनुभवों को साझा किया। साथ ही उन्होंने सड़क परिवहन के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं के प्रति छात्रों को जागरूकता और नशा मुक्ति का भी संदेश दिया।
बतौर वक्ता यात्री कर अधिकारी, कौशांबी संतोष कुमार तिवारी ने विश्वविद्यालय में बिताए अपने संघर्ष के दिनों को याद कर विश्वविद्यालय की सहयोग की परंपरा को व्याख्यायित किया तथा जीवन की सफलता में असफलता के अहम योगदान को भी चिन्हित कर छात्रों को संघर्ष करने की प्रेरणा दी। सुरेश बहादुर सिंह ने भी अपने पुराने दिनों को याद करते हुए अपने छात्रावास के अनुभवों को साझा कर सभागार में उपस्थित युवाओं को ऊर्जावान बने रहने का संदेश दिया।
इसी क्रम में प्रयाग स्टेशन के स्टेशन मास्टर और पत्रिका प्रयाग पथ के संपादक हितेश कुमार सिंह ने छात्रावास में उपस्थित संरक्षत्व की भावना पर प्रकाश डालते हुए छात्रों को भविष्योन्मुख विकास करने की सलाह देते हुए छात्राओं को शुभकामनाएं दी।
डॉ. धारवेंद्र प्रताप त्रिपाठी ने सभागार में उपस्थित तीन पीढ़ियों को चिन्हित करते हुए छात्रों को प्रोत्साहन प्रदान किया। सीएमपी कॉलेज के हिंदी अध्यापक डॉ. रंजीत  सिंह ने भी अपनी बात रखी। कार्यक्रम के समापन क्रम में अध्यक्षीय वक्तव्य देने के क्रम में इलाहाबाद डिग्री कॉलेज के  प्रो. मार्तण्ड सिंह ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के गौरवशाली इतिहास की गवाही देते हुए अपने छात्रावास के दिनों और छात्रावास के बंधुत्व को याद किया और अंतःवासियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
इस संवाद श्रृंखला में सुंदर लाल छात्रावास के अंतःवासियों के साथ डॉ.विनोद यादव, डॉ.अवनीश यादव, आयुष द्विवेदी, अभिजीत, विकास मौर्या, पारस सैनी, संकट मोचन आर्य, नीरज यादव सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts