अटारी बोर्डर पर सरधना की सना ने बेटा बेटी को किया पति को सौंपा

बच्चाें को पति को सौंपते हुए फूट-फूट कर रोई सना , कहा- सोचा नहीं था, बच्चों से जुदा होना पड़ेगा

चार साल बाद पाकिस्तानी नागरिकता मिलने पर पाक जाने वाले बच्चों से हो पाएगी मुलाकात 

मेरठ। सोमवार को सरधना की सना अपने दोनो बच्चों  को लेकर अटारी बोर्डर पर पहुंची। वहां पर वह अपने पति को बच्चों को सौंप दिया। इस दौरान सना के आंखों में आंसू थे। वह बच्चों से बिछडती देख फूट-फूट कर रोई।  उसका कहना था कि 'सरकार बच्चों को मांओं से जुदा क्यों कर रही है? इसमें उनकी  क्या गलती है? उनका क्या गुनाह है? करे कोई भरे कोई । उसकी 1 साल की बेटी और 3 साल का बेटा है। वह  बच्चों के बिना कैसे रह पाएंगे? वह सरकार से कहना चाहती कि सरकार मांओं पर ये जुल्म न करे। कभी नहीं सोचा था कि बच्चों से जुदा होना पड़ेगा।'

बतादें 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमला  हुआ था। गत माह  27 अप्रैल 2025 से भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए जारी किए सभी मौजूदा वीजा रद्द कर दिए थे। उन्हें भारत छोड़ने का निर्देश दिया था। सना के पास पाकिस्तान की नागरिकता नहीं है, जबकि उसके बच्चे पाकिस्तान के नागरिक हैं। इसलिए बच्चों को पाकिस्तान भेजने की इजाजत दी गई।

सरधना के घोसियान मोहल्ले के रहने वाली सना ने मीडिया से बात करते हुए कहा- मुझे मजबूरन अपने दोनों बच्चों को खुद से जुदा करना पड़ रहा है। क्योंकि मैं भारतीय हूं और मेरे बच्चे पाकिस्तानी हैं। इसलिए बच्चों को वापस पाकिस्तान भेजा जा रहा है।मेरे पास हिंदुस्तान की नागरिकता है। अब तक पाकिस्तान की नागरिकता नहीं मिली है। इस वजह से मैं पाकिस्तान नहीं जा सकती। मेरे दोनों बच्चे पाकिस्तानी वीजा पर 45 दिन के लिए भारत आए हैं। वो दोनों अब भारत में नहीं रह सकते।बॉर्डर पर बच्चों के पिता डॉ. ताहिर उन्हें लेने आ रहे हैं। वहां से वो दोनों बच्चों को अपने साथ ले जाएंगे।

इससे पूर्व सरकार के आदेश के बाद सना 25 अप्रैल को भी बच्चों के साथ अटारी बॉर्डर पहुंची थी। सना के पास भारतीय और बच्चों के पास पाकिस्तान का पासपोर्ट था। इसलिए भारतीय सेना ने सना को यह कहते हुए वापस कर दिया था कि आपके पास पाकिस्तान की नागरिकता नहीं है। लेकिन, आपके बच्चों को पाकिस्तान भेजा जा सकता है। लेकिन, सना ने तब बच्चों को अकेले भेजने से इनकार कर दिया था। फिर सुरक्षा एजेंसियों ने सना और उनके दोनों बच्चों को अमृतसर भेज दिया था।

सना को 4 साल बाद मिलेगी पाकिस्तानी नागरिकता

सना ने बताया- पाकिस्तान में शादी करने के 9 साल बाद ही वहां की नागरिकता मिलती है। मौजूदा वक्त में मेरे पास हिंदुस्तानी नागरिकता है। मेरी शादी के 5 साल हुए हैं, इसलिए नागरिकता मिलने में 4 साल और लगेंगे। मेरे दोनों बच्चे कराची में पैदा हुए, इसलिए उनके पास पाकिस्तानी नागरिकता है।

घोसियान मोहल्ले में रहने वाले पीरुद्दीन की बेटी सना की शादी 2020 में पाकिस्तान के कराची में रहने वाले डॉ. बिलाल से हुई थी। सना 40 दिन के वीजा पर अपने दोनों बच्चों के साथ अपने मायके आई थी। यहां परिवार में 26 अप्रैल को एक शादी का कार्यक्रम था। लेकिन इसी बीच कश्मीर के पुलवामा में टेरर अटैक हो गया।

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