विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस’ पर ‘अभिव्यक्ति की आजादी’ विषय पर ‘संगोष्ठी एवं मूट कोर्ट’ का आयोजन 

-देश की आजादी में क्रान्तिकारियों का जितना योगदान था, कलमकारों / पत्रकारों का योगदान में उनसे कमतर नही-  सुधीर गिरि 

-न्यायपालिका, कार्यपालिका, विधायिका के साथ सबसे महत्वपूर्ण लोकतन्त्र का चौथा स्तम्भ ‘मीडिया’ सदियों से अन्त्योदय पर खड़ें व्यक्ति एवं हुक्मरानों /सरकारों के बीच एक ‘सेतू’ बनकर न्याय दिलाने का काम करता आया है, आइये मिलकर ‘मिशनरी पत्रकारिता’ की ओर बढ़ें – डा. राजीव त्यागी 

-अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मतलब निडर एवं निष्पक्ष होकर अपनी भावनाओं एवं विचारों से समाज एवं सरकार को अवगत कराना है, ना कि भ्रामक एवं गलत सूचनाओं को देश एवं समाज में विद्वेष पैदा करने एवं निजी फायदे के लिए प्रचारित -प्रसारित करना है – प्रो. (डा.) उदयवीर सिंह

मेरठ। आज राष्ट्रीय राजमार्ग बाईपास स्थित वेंकेटेश्वरा संस्थान में ‘विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस’ पर संस्थान के पत्रकारिता विभाग एवं कानून (विधि) विभाग के संयुक्त तत्वाधान में ‘अभिव्यक्ति की आजादी’ विषय पर ‘संगोष्ठी एवं मूट कोर्ट’ का शानदार आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए वरिष्ठ इतिहासकार एवं कानूनविद प्रो. (डा.) उदयवीर सिंह ने कहा कि ‘अभिव्यक्ति की आजादी’ के अधिकार का मतलब है कि इस देश में अन्तिम पायदान पर खड़ा व्यक्ति भी निडर होकर बिना किसी दबाव के अपनी भावनाओं, विचारों एवं सूचनाओं को समाज एवं सरकार तक पहुंचा सके, लेकिन दुखद पहलू यह है कि सोशल मीडिया जैसे कुछ बिना ‘सम्पादकीय नियंत्रण’ वाले मीडिया प्लेटफार्म तथ्यहीन, बेबुनियाद भ्रामक एवं झूठी खबरों को प्रचारित -प्रसारित कर समाज एवं देश में वैमनस्य पैदा करने का काम कर रहे है | विश्व पत्रकारिता स्वतन्त्रता दिवस पर आइये हम सब मिलकर शपथ लेते है कि आम आदमी की आवाज बनकर उनको न्याय दिलाने का काम करेंगे |

श्री वेंकेटेश्वरा विश्वविद्यालय / संस्थान के ‘मूट कोर्ट’ सभागार में ‘विश्व प्रेस स्वतन्त्रता दिवस’ पर ‘अभिव्यक्ति की आजादी’ विषय पर आयोजित ‘संगोष्ठी एवं मूट कोर्ट सेरेमनी’ का शुभारम्भ संस्थापक अध्यक्ष श्री सुधीर गिरि, प्रतिकुलाधिपति डा. राजीव त्यागी, मुख्य अतिथि कानूनविद प्रो. उदयवीर सिंह, कुलपति प्रो. कृष्णकान्त दवे, डीन ऑफ लॉ डा. राजवर्धन सिंह आदि ने भी माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके किया | अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि ने कहा कि मीडिया लोकतन्त्र का चौथा सबसे मजबूत स्तम्भ है जो आम आदमी की आवाज सरकार तक पहुंचाकर उसको न्याय दिलाता हैं, एवं समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का काम करता है | संस्थापक अध्यक्ष डॉ सुधीर गिरि ने कहा कि आजाद भारत के विकास में मीडिया की रचनात्मक भूमिका हम सब देख रहे है | वही देश की आजादी में भी कलमकारों का योगदान क्रान्तिकारों के बराबर था | प्रतिकुलाधिपति डा. राजीव त्यागी ने कहा कि भटकाव, जातिगत एवं क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर सभी ‘राष्ट्रवाद’ की भावना से जुड़कर ‘विकसित भारत निर्माण’ में अपना योगदान दें |

इस अवसर पर कुलसचिव डा. पीयूष पाण्डेय, डीन एकेडेमिक डा. राजेश सिंह, डा. योगेश्वर शर्मा, डा. श्यामलाल सिंह, सुश्री सुमन मीणा, डा. मुस्कान गंगवार, डा. अनिल जायसवाल, अशोक कुमार, सुश्री पूर्वा बाला, सचिन कुमार, अजय कुमार एवं मेरठ परिसर से निदेशक डा. प्रताप सिंह एवं मीडिया प्रभारी विश्वास राणा, जनसम्पर्क अधिकारी डा. श्री राम गुप्ता आदि लोग उपस्थित रहे |

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