आपका जीवन बहुत कीमती है इसे बचा कर रखें- डा. दिव्यांश
 

ब्लड प्रेशर के मरीज नमक खाने से परहेज करें

मेरठ।  आजकल ब्लड प्रेशर के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं ।जिससे आए दिन हार्ट अटैक के केस सुनने को मिल रहे हैं। जिला अस्पताल के चिकित्सक  डॉक्टर दिव्यांश सेंगर ने बताया की ब्लड प्रेशर एक साइलेंट किलर के रूप में कार्य करता है।   पचास प्रतिशत लोगों  को पता ही नहीं होता कि उनका ब्लड प्रेशर की बीमारी है जिनको बीमारी का पता होता है । 

 उन्होंने बताया कि  50% मरीजों की दवा लेने के बाद भी ब्लड प्रेशर अनियंत्रित रहता है ।इसके कई कारण हो सकते हैं ऐसे मरीज अल्कोहल लेते हैं धूम्रपान करते हैं शुगर नियंत्रित रहती है ।नमक का सेवन अधिक करते हैं शरीर के वजन बढ़ गया होता है।  जिससे उनका ब्लड प्रेशर रेगिस्तान हो जाता है ब्लड प्रेशर रेगिस्तान उन मरीजों का होता है जो तीन या तीन से अधिक ब्लड प्रेशर की दवाई ले रहे होते हैं । ऐसे मरीजों के लिए सलाह है कि वह अपने खान-पान और जीवन शैली में सुधार करें पूरे दिन में कोशिश करें । 3 ग्राम से अधिक नमक का सेवन न करें यदि वह अल्कोहल लेते हैं तो उसको बंद करें धूम्रपान को भी बंद करें।

  बॉडी मास इंडेक्स 25 से ऊपर ना जाने दें

 बॉडी मास इंडेक्स से शरीर के वजन का पता चलता है लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों से न जाने कितनी मौतें लगातार हो रही है उनके 25% मृत्यु दर अनियंत्रित ब्लड प्रेशर से होती है । अनियंत्रित ब्लड प्रेशर के चलते दिल की नसों में अकड़न ब्रेन हेमरेज लकवा का अटैक गुर्दे की बीमारी होने का खतरा अधिक रहता है।  हार्ट अटैक की संभावना अधिक रहती है । मरीजों में 130 से 85 से अधिक ब्लड प्रेशर नहीं होना चाहिए । जिन लोगों का ब्लड प्रेशर अधिक रहता है ।इसके लिए खान-पान और जीवन शैली में भी सुधार बहुत जरूरी है दिन में 3 ग्राम से ज्यादा नमक का सेवन ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए घातक साबित होता है।  इसके प्रति जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है कि लोग अपने खाने में कम से कम नमक का सेवन करें जो लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहते हैं समय-समय पर ब्लड प्रेशर को नापते रहते हैं ।

 उन्होंने बताया कि आजकल की भाग दौड़ की जिंदगी में ब्लड प्रेशर की बीमारी खराब जीवनशैली के चलते बढ़ रही है।  यदि परिवार में यह बीमारी है तो अगली पीढ़ी में भी हो सकती है । ऐसे लोग 6 महीने में एक बार बीपी की जांच जरूर कराए।  

मोबाइल व टीवी स्क्रीन से रहे दूर 

 खराब जीवन शैली को सुधारने की आवश्यकता होती है 7 से 8 घंटे की नींद लेना बहुत जरूरी है नमक का सेवन कम से काम करना चाहिए ।यदि अल्कोहल या धूम्रपान करते हैं तो उसको बिलकुल छोड़ दें नियंत्रित रूप से नियमित व्यायाम करें।  यदि मोटापा है तो उसका नियंत्रण करें जब इन सबसे ब्लड प्रेशर नियंत्रित न हो तब दवाओ का सेवन शुरू करें।  ब्लड प्रेशर कम उम्र में भी सामने आने लगा है वजह अत्यधिक तनाव भी हो सकता है देर रात तक मोबाइल टीवी स्क्रीन पर रहने के कारण भी ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है इसलिए मोबाइल की स्क्रीन या टीवी की स्क्रीन से अपने को दूर रखें और इनका कम से कम प्रयोग करें

हाई ब्लड प्रेशर को ही  दिल की बीमारी का कारण 

हाई ब्लड प्रेशर की प्राइमरी स्टेज से आजकल 90% लोग प्रभावित हैं उच्च रक्तचाप के कारण लोग दिल और दिमाग से जुड़ी बीमारियों से ग्रस्त होते हैं।  शुगर थायराइड हार्मोनल डिसबैलेंस सहित विभिन्न बीमारियों का मुख्य कारण हाई ब्लड प्रेशर को ही माना जाता है इस कारण हार्ट अटैक और लकवा जैसी गंभीर बीमारियों से लोग ग्रस्त हो रहे हैं। 

 दिन में लंबे समय तक सोना और शरीर का मोटापा भी ठीक नहीं

 पहले देखा गया है कि आजकल बच्चे बड़े बुजुर्ग दिन में भी लंबे समय तक सोए रहते हैं कम पानी का सेवन करते हैं गर्भावस्था में सावधानी न बरतना मोटापे का होना लंबे समय तक मानसिक तनाव बढ़ती उम्र डायबिटीज किडनी रोग हृदय रोग खराब आहार जंक फूड का सेवन धूम्रपान शराब का सेवन पारिवारिक इतिहास आदि कारणो से हाई ब्लड प्रेशर बढ़ता है

 यदि उम्र 40 से अधिक है तो हो जाए स्वास्थ्य के प्रति सतर्क

आजकल सभी लोगों की जीवन शैली में काफी तेजी से बदलाव आ गया है 40 की उम्र पार करने के बाद हमें हाई ब्लड प्रेशर कोलेस्ट्रोल आदि की नियमित जांच करते रहना चाहिए 7 से 8 घंटे की नींद हमारे लिए बहुत ही आवश्यक हो जाती है । हाई ब्लड प्रेशर की जांच नियमित रूप से कर लेनी चाहिए साथ ही साथ कोलेस्ट्रॉल आदि की भी नियमित जांच होनी चाहिए उच्च रक्तचाप का सबसे बड़ा कारण धूम्रपान भी हो सकता है इन्हीं कर्ण की वजह से हम गंभीर बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं

 संतुलित आहार और नियमित व्यायाम पर दे ध्यान

 यदि 40 वर्ष से अधिक की आयु प्राप्त कर चुके हैं तो संतुलित आहार आहार में नमक का सेवन कम नियमित रूप से व्यायाम या योग काम वसा वाले डेयरी उत्पाद का सेवन पोटेशियम का आहार जैसे केला संतरा और पालक के सेवन से रोग को नियंत्रित किया जा सकता है


No comments:

Post a Comment

Popular Posts