1857 की क्रांति के अमर बलिदानियों को संगीतमय श्रद्धांजलि

 अटल सभागार में कार्यक्रम का  आयोजन 
 मेरठ।  10 मई ,1857 की प्रथम स्वतंत्रता क्रांति के स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित सर छोटू राम इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, सीसीएसयू, एवं स्टूडेंट कॉन्शियस क्लब के संयुक्त तत्वावधान में कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला  के मार्गदर्शन में एक भावपूर्ण संगीतमय संध्या "स्वरांजलि" का आयोजन अटल सभागार में किया गया। आयोजन 10 मई 1857 को मेरठ से प्रारंभ हुई आज़ादी की पहली क्रांति के अमर बलिदानियों को समर्पित था।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त)  एम एस ढाका रहे, जो पूर्व प्रशासनिक अधिकारी भी रह चुके हैं। उन्होंने आर्मी और सर छोटू राम कॉलेज से जुड़े अपने प्रेरणादायी अनुभव साझा किए तथा छात्रों से आह्वान किया कि वे सेना जैसी सेवाओं को भी अपने करियर विकल्पों में शामिल करें।
मुख्य वक्ता प्रोफेसर के. के. शर्मा, अध्यक्ष, इतिहास विभाग एवं सदस्य, साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद, सीसीएसयू , ने मेरठ की क्रांति पर पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन द्वारा विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने शहीद धन सिंह कोतवाल,शहीद  शाहमल, शहीद कदम सिंह सहित भूले बिसरे क्रांतिकारियों तथा पांचली-गगोल जैसे गाँवों की भूमिका पर चर्चा की और बताया कि कैसे 1857 की क्रांति ने अंग्रेजी शासन की नींव हिला दी थी।
विशिष्ट अतिथि के रूप में भाजपा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष देवेंद्र चौधरी ने 1857 की क्रांति से वर्तमान तक के राष्ट्रीय संघर्षों की कड़ी को रेखांकित किया और हाल ही के पहलगाम आतं
की हमले पर कहा कि हमें आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट संकल्प लेना चाहिए।
राजनीतिक विश्लेषक एवं सांसद टीवी के वरिष्ठ पत्रकार राजवीर सिंह ने युवाओं से सामाजिक दायित्वों एवं देश की उन्नति सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया।
संस्थान के पूर्व सहा. प्रशासनिक अधिकारी एवं वर्तमान में  राजनीतिक विज्ञान के शिक्षक डॉ. स्नेह वीर पुंडीर ने अपने उद्बोधन में आजादी के आंदोलन में आम जनता की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि देशप्रेम तब ही सच्चा होगा जब हम अपने समाज के हर वर्ग के सम्मान और सेवा को प्राथमिकता देंगे।
सर छोटू राम इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक प्रोफेसर नीरज सिंघल ने कहा कि आज का युवा तकनीकी दक्षता के साथ-साथ देशभक्ति से ओतप्रोत होना चाहिए। उन्होंने ऐसे आयोजनों को युवाओं में चेतना जागृत करने वाला बताया।कार्यक्रम का संचालन छात्र प्रताप कुमार एवं शिक्षक इंजी प्रवीण द्वारा किया गया और समन्वयक की भूमिका में अमरजीत सिंह रहे। 
 इस दौरान संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी डॉक्टर केपी सिंह, डॉ सुबोध पंवार, विकास धामा ,डॉ गौरव त्यागी, डीआर शिवम गोयल, मितेंद्र कुमार गुप्ता, हंस चौधरी, डॉ प्रवीण कुमार, सिद्धार्थ,  चेतन, ओमप्रकाश, दामिनी, रवि चौरसिया, अनन्या, शिवम्, समर्थ, रामजी, अर्पित, आदि छात्र आदि उपस्थित रहे। 

No comments:

Post a Comment

Popular Posts