मॉक ड्रिल में 17 में 14ऑक्सीजन प्लांट मिले  सक्रिय 

अन्य आक्सीजन प्लांटों को सक्रिय करने के दिए निर्देश 

 मेरठ। शनिवार को  जनपद में स्थापित पी.एस.ए. प्लान्ट (ऑक्सीजन प्लान्ट) की स्थिति के आकलन के लिए मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। देश के कुछ राज्यों में कोविड-19 के रोगियों की संख्या में मामूली वृद्धि परिलक्षित हुई है, जिसके दृष्टिगत प्रदेश में कोविड-19 के सम्भावित प्रसार पर नियंत्रण किये जाने हेतु सर्विलांस गतिविधियों का सुदृढीकरण किया गया एवं ऑक्सीजन प्लांट की आपरेशन रेडिनेस के आकलन हेतु जनपद मेरठ में भी मॉकड्रिल का आयोजन किया गया।


जनपद मेरठ में कुल 17 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित है, सभी प्लांटों की स्थिति के आकलन के लिए जनपद के 14 चिकित्सा अधिकारियों को नामित किया गया। डा. प्रवीण गौतम, अपरमुख्य चिकित्सा अधिकारी को मॉकड्रिल के नोडल अधिकारी के रूप में नामित किया गया। जनपद में स्थापित 17 ऑक्सीजन प्लान्टों में से 14 ऑक्सीजन प्लान्ट पूर्ण रूप से सक्रिय (फंक्शनल) पाये गये। केन्टोनमेन्ट बोर्ड कार्यालय में स्थापित एवं सुभारती मेडिकल कालेज मेरठ में स्थापित प्लान्टों में स्टेपलाईजर सहित कुछ अन्य कमियाँ पायी गयीं तथा जिला महिला चिकित्सालय में स्थापित प्लान्ट में विद्युत आपूर्ति (लो वोल्टेज) के कारण सकिय नहीं हो पाया। पी.एल. शर्मा जिला चिकित्सालय तथा सामु.स्वा. केन्द्र रोहटा के ऑक्सीजन प्लान्ट क्रियाशील थे परन्तु पाईपलाईन में लीकेज / त्रुटि होने के कारण ऑक्सीजन की आपूर्ति कक्षों में स्थापित शैय्याओं तक नहीं हो पा रही थी। जिला चिकित्सालय में आई.सी.यू. के 10 बैड पर ऑक्सीजन की आपूर्ति दुरूस्त पायी गयी। तीनों असकिय (नॉन फंक्शनल) ऑक्सीजन प्लान्टो को अतिशीघ्र सही कराकर ऑक्सीजन आपूर्ति दुरुस्त कर दी जायेगी।

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