बी एड 12 दिवसीय कार्यशाला का हुआ समापन
शिक्षकों की क्षमता वृद्धि से भारत बनेगा एक नई ज्ञान अर्थव्यवस्था: प्रो चंद्रशेखर भारद्वाज
मेरठ। शनिवार को मेरठ कॉलेज के के सेमिनार हॉल में बी एड की 12 दिनों से चली आ रही वर्कशॉप का सफलतापूर्वक समापन हुआ। इस समापन समारोह की अध्यक्षता इग्नू केंद्र के समन्वयक प्रो चंद्रशेखर भारद्वाज ने की।
प्रो चंद्रशेखर भारद्वाज ने अपने अध्यक्ष उद्बोधन में कहा कि कोई भी राष्ट्र शिक्षा के स्तर को बढ़ाकर ही महान बनता है। भारत इसका अपवाद नहीं है क्योंकि शिक्षा प्रणाली ही राष्ट्र को बेहतर मानव संसाधन प्रदान करती है अतः शिक्षकों की ट्रेनिंग अत्यधिक महत्वपूर्ण हो जाती है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए हुए 52 शिक्षकों को संबोधित करते हुए बताया यदि शिक्षकों का स्तर बढ़ जाए तो भारत 2047 तक विश्व की एक महान ज्ञान अर्थव्यवस्था बन जाएगा। इस कार्यक्रम में डॉ हरजिंदर सिंह ने सभी शिक्षकों को अपनी शुभकामनाएं दी। नोएडा क्षेत्रीय केंद्र इग्नू के वरिष्ठ निदेशक डॉ अमित चतुर्वेदी ने अपने संदेश में कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि इस 12 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन जिस उद्देश्य के लिए किया जाता है वह अपने आप में सफल रही होगी। उन्होंने सभी शिक्षकों को निरंतर अपने कौशल में विकास करने के लिए प्रोत्साहित किया, क्योंकि अच्छी शिक्षा और अच्छे शिक्षक देश के लिए महत्वपूर्ण है।
इस समापन समारोह का संचालन प्रो मीनाक्षी शर्मा ने किया। यहां उल्लेखनीय है कि संपूर्ण पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इग्नू द्वारा केवल मेरठ कॉलेज मेरठ में ही बी एड का कार्यक्रम संचालित होता है जो की एनसीटीई एवं यूजीसी के द्वारा पूर्ण मान्यता प्राप्त है। इस 12 दिवसीय कार्यशाला में प्रतिदिन दो सत्र आयोजित होते थे जिनमें भागीदारी करने वाले सदस्यों को माइक्रो टीचिंग का अभ्यास, ब्लैक बोर्ड का उपयोग, समूह चर्चा एवं सह अध्यापन गतिविधियां इत्यादि पर कार्य सिखाया गया। इस कार्यशाला में क्रियात्मक शोधकर्ता के रूप में शिक्षक की भूमिका स्कूल में कैसी हो, इसकी भी विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। इस वर्कशॉप में शिक्षण अधिगम प्रक्रिया का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया और बाल मनोविज्ञान एवं समावेशी शिक्षा की समझ कैसे अध्यापकों में बढ़े, इस पर सामूहिक बहस आयोजित की गई। शिक्षण के क्षेत्र में आईसीटी यानी संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी का कैसे उपयोग हो इस पर भी बल दिया गया। शिक्षकों के द्वारा कैसे कक्षा में नियंत्रण और अनुशासन व्यावहारिक रूप से बनाया जाए, इसकी जानकारी भी अनेक सत्रों में अनेक ने प्रदान की। इस 12
दिवसीय कार्यशाला में विषय विशेषज्ञ के रूप में प्रो रेखा राना, प्रो शालिनी त्यागी, प्रो अमित कुमार, प्रो एसके पुंडीर, प्रो लव लता सिंधु, प्रो पूनम सिंह, प्रो सीमा शर्मा ने विभिन्न क्षेत्रों में न केवल व्याख्यान दिए बल्कि कार्य सहभागिता से इस वर्कशॉप को सफल बनाया। इस 12 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन प्रो मीनाक्षी शर्मा के नेतृत्व में किया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में घनश्याम यादव, देवेंद्र कुमार, विपिन कुमार, अमित कुमार एवं सेवाराम ने विशेष योगदान दिया।
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