स्व.रामानुज दयालु द्वारा रचित "पद्मिनी-प्रतिबिम्ब" खंड काव्य का लोकार्पण समारोह का आयोजन
मेरठ। रविवार को इस्माईल नेशनल महिला पीजी काॅलेज के सुरेन्द्र प्रताप सभागार में स्व.रामानुज दयालु द्वारा रचित "पद्मिनी-प्रतिबिम्ब" खंड काव्य का लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया। जिसका शुभारम्भ मुख्य अतिथि राज्य सभा सांसद डाॅ.लक्ष्मीकांत वाजपेयी विशिष्ट अतिथि मनीष प्रताप (अध्यक्ष महाविद्यालय कार्यकारिणी, इस्माईल नेशनल पीजी काॅलेज), विशिष्ट अतिथि प्राचार्या प्रो.अनीता राठी द्वारा दीप प्रज्ज्वलन करके किया गया। संपादिका प्रो.दीपा त्यागी ने रचनाकार के व्यक्तित्व एवं खंड काव्य की सृजन प्रक्रिया पर प्रकाश डाला। पुस्तक की समीक्षा प्रसिद्ध कवि डाॅ.ईश्वर चंद्र गम्भीर द्वारा की गयी। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रसिद्ध कवि डाॅ.रामगोपाल भारतीय ने की। इस खंड काव्य में रचनाकार ने रानी पद्मिनी की वीरता, बुद्धिमत्ता एवं कुशलता का चित्रण किया है। पांच सर्गों में विभाजित काव्य का आरंभ भारतीयों की शौर्य गाथा से हुआ है और अंत गोरा के बलिदान, यशोदा का सति होना, नृप का दोनों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करना, भग्न मनोरथ यवनपति का पुनः आकर दंड देने की बात करते हुए प्रस्थान करने के साथ हुआ है। खंड काव्य के माध्यम से भारतीयों की वीरता, आतिथ्य प्रेम, रिपु द्वारा छल, परिस्थिति का सामना करते हुए मातृभूमि के लिए सर्वस्व न्यौछावर का चित्रण हुआ है। कार्यक्रम के अंत में स्व.रामानुज के पौत्र अरुण त्यागी एवं दीप्ति त्यागी ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय परिवार का विशेष सहयोग रहा।
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