जिला कारागार में महिला कैदियों के लिए पुस्तकालय आरंभ
हाईकोर्ट के न्यायधीश ने किया पुस्तकालय का शुभारंभ
मेरठ। चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में सामाजिक संगठन के तत्वावधान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें हाईकोर्ट के न्यायाधीश मनोज कुमार गुप्ता ने महिला कैदियों के लिए पुस्तकालय का शुभारंभ किया। इस अवसर पर जेल में महिला कैदियों द्वारा बनाए गए फुटबॉल का भव्य प्रदर्शन किया गया।
पुस्तकालय का शुभारंभ करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि जिला कारागार में महिला बंदियों के लिए पुस्तकालय काफी लाभकारी होगा। ज्ञानवर्धक सामग्री पुस्तकालय से प्राप्त कर सकेगी। कार्यक्रम के दौरान न्यायाधीश मनोज कुमार गुप्ता ने महिला कैदियों को उन्नत फुटबॉल सिलाई पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए प्रमाण पत्र प्रदान किए। प्रमाण पत्र पाकर महिला बंदियों के चेहरे खिल उठे। उन्होंने बताया कि मेरठ जेल से इलाहाबाद में लगने वाले महाकुंभ 2025" के लिए महिला कैदियों द्वारा बनायी गयी फुटबाॅल को महाकुंभ में बने स्टॉल में लगाया जाएगा। यह कदम महिला कैदियों की कड़ी मेहनत और आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम होगा ।
कार्यक्रम में गौशाला का शुभारंभ भी किया गया, जो पशु कल्याण और कैदियों के मानसिक व सामाजिक पुनर्वास के लिए एक अभिनव पहल है। गौशाला के माध्यम से कैदियों को सेवा और संवेदनशीलता का अनुभव होगा, जो उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होगा। इस कार्यक्रम में जिला मेरठ के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम ने महिला कैदियों के पुनर्वास के प्रति एक नई दृष्टि प्रस्तुत की।
वीरीना फाउंडेशन के संस्थापक और निदेशक धीरेंद्र सिंह तथा डॉ. माघवेंद्र ने महिला कैदियों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह पहल न केवल उन्हें आत्मनिर्भर बनाएगी, बल्कि समाज में उनकी पुनःस्थापना के लिए एक मजबूत आधार तैयार करेगी। यह आयोजन एक सशक्त संदेश देता है कि सही अवसर और मार्गदर्शन से हर व्यक्ति अपने जीवन में बदलाव ला सकता है। जिला जेल मेरठ की यह पहल सुधार और पुनर्वास के क्षेत्र में एक मिसाल बनेगी।
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