पोर्टल का मेरठ कॉलेज का नेक पोर्टल हुआ लॉन्च 

 मिलेगा छात्र छात्राओं को लाभ 

मेरठ। मंगलवार को मेरठ कॉलेज के सेमीनार हाल में नेक से संबंधित पोर्टल लॉन्च किया गया। इस नेक पोर्टल का उद्घाटन एवं प्रदर्शन मेरठ कॉलेज के 200 से भी अधिक प्रोफेसर के समक्ष सॉफ्टवेयर कंपनी द्वारा प्रस्तुत किया गया। उद्घाटन समारोह में कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक महाविद्यालय के सचिव विवेक कुमार गर्ग एवं प्राचार्य प्रो मनोज कुमार रावत ने इस नेक पोर्टल का विधिवत शुभारंभ किया। 

कार्यक्रम का संचालन आंतरिक गुणवत्ता सुनिश्चयन सेल की समन्वयक प्रो अर्चना सिंह द्वारा किया गया। उन्होंने सभागार को सूचित किया कि पिछले वर्ष से मेरठ कॉलेज में नेक की तैयारी युद्ध स्तर पर चली है। 100 से भी अधिक भिन्न-भिन्न प्रकार की गतिविधियां सफलतापूर्वक पूरी की गई जिसमें अनेक ब्रिज कोर्स, प्रोजेक्ट एवं छात्रों एवं कर्मचारियों की ट्रेनिंग प्रोग्राम शामिल है। पिछले 5 वर्षों में यदि देखा जाए तो मेरठ कॉलेज में एक करोड़ से भी अधिक के शोध प्रोजेक्ट भिन्न-भिन्न सरकारी संस्थाओं द्वारा दिए गए हैं और प्रोजेक्ट संख्या की दृष्टि से मेरठ कॉलेज उत्तर प्रदेश में मुख्यतम कॉलेज है। 



सॉफ्टवेयर कंपनी के प्रतिनिधियों ने सॉफ्टवेयर और नेक पोर्टल के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस पोर्टल में विभाग अध्यक्ष, शिक्षक एवं विभिन्न कमेटी के समन्वयक अलग-अलग लॉगिन करके डाटा अपलोड करेंगे। प्रत्येक व्यक्ति को यूनिक लॉगिन आईडी दी जाएगी। नेक पोर्टल में आगे चार हिस्से होंगे जिनको कैटेगरी के अनुसार भरा जाएगा। बता दें कि मेरठ कॉलेज में 9000 से भी ज्यादा रेगुलर छात्र अध्यनरत है एवं 200 से भी ज्यादा शोध छात्र पीएचडी कर रहे हैं। नेक मूल्यांकन का जो नया सिस्टम है वह बाइनरी पद्धति पर आधारित है। प्राचार्य प्रो मनोज कुमार रावत ने सभी शिक्षकों का आवाहन किया की एक माह के भीतर ही हम सभी लोग इस पोर्टल पर अपना डाटा अपलोड करें ताकि दिसंबर में मेरठ कॉलेज में नेक का मूल्यांकन कराया जा सके।


 मेरठ कॉलेज के सचिव विवेक कुमार गर्ग ने अपने संबोधन में सभी का उत्साहवर्धन किया और शिक्षकों को कहा कि वह नकारात्मकता से दूर रहकर पूरे मनोयोग से मेरठ कॉलेज की उन्नति में अपना योगदान दें और इसके लिए जो भी सहयोग उन्हें सचिव से चाहिए वह सदैव उपलब्ध होता रहेगा। नेक मूल्यांकन की नई पद्धति के अनुसार जो कि बाइनरी सिस्टम पर आधारित होगी, प्रत्येक कॉलेज के पोर्टल से ही सारी जानकारी ली जाएगी। नई पद्धति के अनुसार नेक की पियर टीम अब महाविद्यालय में जांच करने नहीं आएगी बल्कि पोर्टल के माध्यम से ही डाटा वेरिफिकेशन किया जाएगा। इस पोर्टल पर डाटा अपलोड करने के लिए मेरठ कॉलेज की वेबसाइट का प्रयोग किया जाएगा। यूजीसी की नई नियमावली के अनुसार प्रत्येक शैक्षिक संस्थान को नेक से संबंधित यह पोर्टल बनाना अनिवार्य है। मेरठ कॉलेज पश्चिमी उत्तर प्रदेश का अग्रणी संस्थान है अतः यह प्रदेश के उन गिने-चुने महाविद्यालय में है जिन्होंने अभी तक यह नेक पोर्टल लॉन्च किया है।

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