महावीर विवि में दस दिवसीय राष्ट्रीय ऑनलाइन संगोष्ठी का समापन
- अनुसंधान में नैतिकता और प्रकाशन में नैतिकता के लिए जिम्मेदार आचरण के महत्व को बताया
- शोधार्थियों को शोध में डेटा के संग्रह से जुड़ी जानकारियां दी
मेरठ : सरधना रोड स्थित महावीर विवि के शिक्षा विभाग में दस दिवसीय ऑनलाइन राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का मुख्य शीर्षक ‘शोध पद्धति एवं वर्तमान परिदृश्य में पीएचडी शोधार्थियो के अनुसंधान पद्धति सहगुणवत्ता सुधार कार्यक्रम’ रहा। संगोष्ठी के मुख्य संयोजक शिक्षा विभाग के डीन प्रो. डॉ. शिवपाल सिंह, सहसंयोजक प्रो. डॉ. सुमन बालियान, सचिव डॉ. बीके चौहान, समन्वयक प्रियंका सिरोही रहे। प्रथम दिन संगोष्ठी के मुख्य वक्ता सरबजीत कौर गुरू रामदास कॉलेज ऑफ एजुकेशन, पंजाब की प्रिंसिपल डॉ.सरबजीत कौर ने शोधार्थियों को अनुसंधान की मूल अवधारणाओ से परिचित कराया। द्वितीय दिवस शोभित विश्विद्यालय मेरठ की डॉ. सुरक्षा बंसल ने अनुसंधान के सभी प्रकारो से अवगत कराया। तृतीय दिवस शिवाजी विश्विद्यालय, कोल्हापुर , महाराष्ट्र की डीन प्रो। डॉ.मेघा गुलवानी ने अनुसंधान में नैतिकता से परिचित कराया। चतुर्थ दिवस संत दरबारा कॉलेज, फॉर विमेन, मोंगा,पंजाब की प्रिंसिपल ,
डॉ. तृप्ता परमार ने अनुसंधान और प्रकाशन में नैतिकता के लिए जिम्मेदार आचरण के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी । इसी प्रकार पंचम दिवस जामिया मीलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय , दिल्ली के डॉ.मोहम्मद मामूर अली ने अनुसंधान में एसपीएसएस के बारे में महत्वपूर्ण जानकरी दी। ठीक उसी प्रकार छठे दिन गुरू गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय , दिल्ली के एसोसिएट प्रो. डॉ. अमित आहुजा ने शोधार्थियों को डेटा संग्रह के लिए उपयोगी उपकरणों की जानकारी दी और कार्यक्षेत्र में अपने अनुभव को साझा किया। सातवे दिन केपीपीएम कॉलेज ऑफ टीचर एजुकेशन के प्रिंसिपल प्रो. डॉ. देवानन्द केवी ने शोध के लिए नमूनो के तथ्यो के बारे में बताया। इसी प्रकार आठवे दिन ऐस्ट्रोन कॉलेज, मेरठ के प्रो. एस. हुसैन ने शोधार्थियों को डेटा का अर्थ और महत्व को समझाया। नौवें दिन एसीएनसीइएमएस , कॉलेज अलीगढ़ के डायरेक्टर प्रो. डॉ. मोहम्मद वासी बेग ने डेटा प्रसंस्करण और सांख्यिकी विश्लेषण के बारे में महत्वपूर्ण जानकरी दी । दसवें दिन कैनवे कॉलेज ऑफ एजुकेशन, पंजाब की प्रिंसिपल डॉ. सुशीला नांरग ने डाटा गुणवत्ता और मात्रात्मक डेटा के बारे में समझाया । संगोष्ठी के दौरान इन सभी विशेषज्ञो ने अनुसंधान क्रिया विधि पर अपने विचार प्रस्तुत किये। इसमें मुख्य सहभागिता दानिस्ता खान, अभिषेक शर्मा, विनोद कोठारी, डॉ.ज्योति सिंह, रोहित मलिक, दिनेश कुमार, संजय कुमार, डॉ.गीता चौधरी की दस दिवसीय संगोष्ठी में रही । दस दिवसीय संगोष्ठी में मंच संचालन दानिस्ता खान ने किया और अभिषेक शर्मा शर्मा ने सभी वक्ताओ का सार प्रस्तुत किया । प्रियंका सिरोही ने धन्यवाद ज्ञापित किया। महावीर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति, कुलपति, कुलसचिव, आदि ने राष्ट्रीय संगोष्ठी की अपार सफलता के लिए संयोजक प्रो. डॉ. शिवपाल सिंह व टीम की सराहना करते हुए भविष्य में भी इसी प्रकार के आयोजनों के लिए प्रोत्साहित किया।
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