तो बेसमेंट में बिना अनुमित के चल रही थी लाइब्रेरी
सामने आ गई IAS कोचिंग सेंटर की गलती, मालिक और कोऑर्डिनेटर गिरफ्तार
नयी दिल्ली। दिल्ली आईएएस कोचिंग सेंटर हादसे में बड़ी लापरवाही सामने आई है। दरअसल जिस बिल्डिंग में यह हादसा हुआ है, उसके बेसमेंट में अवैध तरीके के कोचिंग सेंटर चल रहे थे जबकि इसकी इजाजत नहीं थी। बेसमेंट में बिना परमिशन के लाइब्रेरी चल रही थी, जो कानूनन सही नहीं था। जिस बेसमेंट में घटना घटी, उसका इस्तेमाल स्टोरेज पर्पस के लिए था लेकिन यहां लाइब्रेरी बनाई गई थी। बच्चे यहां पढ़ाई करते थे। जिस कारण यह हादसा हुआ।
फायर एनओसी के मुताबिक, एक बेसमेंट को स्टोरेज बनाने की इजाजत दी गई थी। दूसरे को पार्किंग के तौर पर इस्तेमाल करना था। जबकि बेसमेंट में लाइब्रेरी बनाई गई थी। मतलब साफ है कि लाइब्रेरी बनाकर नियमों का उलंघन किया गया। हालांकि, इस मामले में कोचिंग सेंटर के मालिक और कोऑर्डिनेटर को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बीएनएस की धारा 105,106(1),152,290 और 35 के तहत दर्ज मामला दर्ज किया गया है. कोचिंग सेंटर का मैनेजमेंट, सिविक एजेंसी के लोग भी जांच के दायरे में हैं।
ओल्ड राजेंद्र नगर कोचिंग घटना पर दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने कहा, कल बहुत ही दुखद घटना हुई. मुझे जैसे ही घटना की जानकारी मिली, मैं तुरंत घटनास्थल पर पहुंचीं। वहां पर एनडीआरएफ की टीम बचाव अभियान कर रही थी। दुख की बात है कि इस घटना में तीन बच्चों की मौत हो गई। मैंने एमसीडी के कमिश्नर को एक पत्र लिखा है। इसमें मैंने कहा कि एमसीडी के अधिकार क्षेत्र में जो संस्थान आते हैं और वहां पर गैरकानूनी तरीके से बेसमेंट में जो कोचिंग सेंटर चल रहे हैं, उस पर सख्त कार्रवाई की जाए। अगर एमसीडी के अधिकारी शामिल हैं तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई हो। दिल्ली कोचिंग हादसे पर सियासत भी तेज हो गई है। आप और बीजेपी में दोनों एक दूसरे पर हमलावर हैं।
बता दें दिल्ली कोचिंग सेंटर हादसे में तीन छात्रों की मौत हो गई। मृतक तीनों स्टूडेंट्स की पहचान श्रेया, तान्या और नेविन के रूप में हुई है। श्रेया यूपी के अंबेडकरनगर की रहने वाली थी।तान्या सोनी तेलंगाना की और मृतक छात्र नेविन डालविन केरल का रहने वाला था।
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