नशीली दवाओं की तस्करी और संगठित अपराध पर विश्व स्तर पर प्रभावी कदम उठाने की जरूरत- प्रोफे.(डॉ.) राहुल बंसल

युवा शक्ति नशे के खिलाफ विशेष भूमिका निभा सकती है-प्रोफे. बंसल

नशे दुष्प्रवृति को दूर करने में ध्यान-क्रिया बहुत सहायक

मेरठ। स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ के राष्ठ्रीय सेवा योजना(एनएसएस) प्रकोष्ठ के द्वारा ‘नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस’ पर अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। राष्ठ्रीय सेवा योजना(एनएसएस) प्रकोष्ठ व सुभारती डेंटल कॉलेज के संयुक्त तत्त्वावधान में आयोजित इस में सुभारती वेलनेस सेंटर के चेयरमैन प्रोफे.(डॉ.) राहुल बंसल ने व्याख्यान दिया। कार्यक्रम में बोलते हुए डॉ. राहुल बंसल ने कहा कि नशीली दवाओं की समस्या आज चुनौती पेश कर रही है जो दुनिया भर में लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित कर रही है। मादक द्रव्यों के सेवन से लोग अनेक विकारों से जूझ रहे हैं। नशीली दवाओं की तस्करी और संगठित अपराध पर विश्व स्तर पर प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है। 

डॉ. बंसल ने कहा कि इस दिशा में युवा शक्ति विशेष भूमिका निभा सकती है और नशा करने वाले व्यक्तियों के साथ मधुर व्यवहार करते हुए उन्हें मुख्यधारा में लौटाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज महिलाओं में भी नशे की प्रवृति देखने को मिल रही है, जोकि चिंताजनक है। इससे समाज को दोहरा नुकसान होता है। डॉ. बंसल ने कहा कि आज सर्वे के अनुसार हर सत्रह लोगों में से एक व्यक्ति नशे का आदि बन चुका है, जिसकी तरफ ध्यान आकर्षित करना बहुत जरूरी है। उन्होंने युवाओं के माता-पिता को भी सुझाव दिया कि अपने बच्चों के साथ संवाद बनाए रखें और उन्हें अच्छे संस्कार दें।

डॉ. राहुल बंसल ने कहा कि नशे की दुष्प्रवृति को दूर करने में ध्यान-क्रिया बहुत सहायक है। इससे व्यक्ति का आत्मबल और आंतरिक शक्तियों का विकास होता है। डॉ. बंसल ने कहा कि फिल्मों और सिनेमा में भी इस तरह का प्रदर्शन नहीं हगोना चाहिए जिससे नशे की प्रवृति को बढ़ावा मिले। उन्होंने आगे कहा कि इससे निपटने के लिए विश्व समुदाय को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि विभिन्न समुदायों को भी नशे के खिलाफ अभियान में शामिल करने की जरूरत है। 

इस दौरान एनएसएस प्रकोष्ठ के कार्यक्रम समन्व्यक प्रोफे.(डॉ.) सुभाष चंद्र थलेड़ी ने युवाओं को एनएसएस के बारे में बताते हुए कहा कि भारत सरकार के युवा कल्याण एवं खेल मंत्रालय के सौजन्य से प्रदेश सरकार द्वारा यह योजना संचालित की जाती है। जो युवाओं में सामुदायिकता की भावना को विकसित करती है साथ ही राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महत्व के कार्यक्रमों का प्रचार प्रसार करती है। 

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल (डॉ.) जी.के.थपलियाल और मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रोफे.(डॉ.) शल्या राज ने एक संदेश में कहा कि नशीली दवाओं के रोकथाम के लिए युवाओं को सशक्त बनाना विश्वविद्यालय का संकल्प है। 

कार्यक्रम में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा निर्धारित नशे के खिलाफ प्रतिज्ञा भी युवाओं को दिलवाई गई तथा सभी प्रतिभागियों ने ई-प्लेज़ लेकर नशे के विरुद्ध अपने संकल्प को दृढ़ किया। कार्यक्रम में एनएसएस प्रकोष्ठ द्वारा पूर्व में ब्लड डोनर डे पर आयोजित स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में रक्तदान करने वाले स्वयंसेवकों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।  

 कार्यक्रम की शुरूआत डेंटल कॉलेज के सहआचार्य व लोक दंत चिकित्सा विभागाध्यक्ष डॉ. संचित प्रधान ने अतिथियों का स्वागत करके किया। वहीं इस कार्यक्रम का संचालन एनएसएस की इकाई एक के कार्यक्रम अधिकारी व पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के सहायक आचार्य राम प्रकाश तिवारी ने किया। इस दौरान प्रोफे.(डॉ.) विनिता निखिल,डेंटल कॉलेज,  एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी शिवानी भदौरीया, डॉ. धनंजय श्रीवास्तव, मधुर शर्मा, शिकेब मजीद, डॉ. सुपुर्णा पंडित, डॉ. अभिजित के.बी., स्वाती शर्मा, पुष्पेंद्र कुमार, अभिलाषा गर्ग, वेवसुमी सिंह, इंजी. राहुल कुमार और कपिल गिल के साथ सैकड़ों विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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