9 साल की लड़की भूटान में करेगी भारत का प्रतिनिधित्व

लाठी खिलाड़ी स्वरा खेलेंगी साउथ एशियन चैंपियनशिप, वीरीना फाउंडेशन बना वजह

मेरठ। महिला सशक्तिकरण और खेल प्रतिभाओं को लेकर समर्पित मेरठ का वीरीना फाउंडेशन फिर से चर्चा में है। इस बार 9 साल की लाठी खिलाड़ी स्वरा को लेकर चर्चा में है। स्वरा अगस्त में आयोजित 9 साल की लाठी खिलाड़ी स्वरा गणेश कावले इस बार साउथ एशियन चैंपियनशिप में भारत का नेतृत्व करेंगी। स्वरा को इस प्रतियोगिता तक पहुंचाने में मेरठ के वीरीना फाउंडेशन का सबसे बड़ा योगदान रहा। फाउंडेशन ने उन्हें सिखाने से लेकर आर्थिक मदद तक की।

9 साल की स्वरा मूल रूप से महाराष्ट्र की नागपुर की हैं। पिता मूर्ति  बनाने का कार्य करती है। स्वरा तीन बहनों में दूसरे नम्बर है। जबकि दो बहनो में एक 12 साल को सबसे छोटी बेटी सात साल की है। स्वरा बेहद  गरीब परिवार से आती हैं। बचपन से स्वरा के अंदर लाठी को लेकर एक अलग जुनून था। उनके इस जुनून को मेरठ के धीरेंद्र सिंह ने पहचाना और उन्हें आगे बढ़ाने में अपने फाउंडेशन के जरिए मदद की।वीरीना फाउंडेशन के निदेशक धीरेंद्र सिंह ने न सिर्फ स्वरा को लाठी सिखाने में मदद की बल्कि उनकी आर्थिक मदद भी की।  स्वरा कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय के साथ आगे बढ़ी और इस मुकाम तक पहुंची। स्वरा खेलों के साथ अब तक की पढ़ाई में भी सबसे आगे रही हैं।

मेरठ का वीरीना फाउंडेशन अब तक धीरेंद्र सिंह के नेतृत्व में करीब 3 लाख से ज्यादा वंचित महिलाओं की अलग-अलग स्तर पर मदद कर चुका है। इसका असर यह रहा कि उन महिलाओं के जीवन में बदलाव आया और वह आगे बढ़ सकीं।धीरेंद्र सिंह कहते हैं, हमारे फाउंडेशन का मकसद प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को समर्थन देना है। हम उनके सपनों को साकार करने के लिए आवश्यक मंच और संसाधन उपलब्ध करवाना है। हमारे ऐसा करने पर उन्हें कभी आर्थिक तंगी महसूस नहीं होती और वह अपनी मेहनत से अपने सपनों को हासिल करती हैं।

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