साक्षरता भारती अभियान की छात्र-नेतृत्व वाली पहल ने 65,000 से अधिक गैर-साक्षर वयस्कों को शिक्षित किया

• 2016 में आरंभ हुआ साक्षरता भारती अभियान, उन प्रमुखसामुदायिक अभियानों में से एक है, जिन्हें ‘सत्य भारती स्कूलों’ केविद्यार्थियों का नेतृत्व प्राप्त हुआ है।

 • ग्रीष्मकालीन अवकाश कार्य के रूप में दिए गए इस अभियान केअंतर्गत, अब तक, विद्यार्थियों ने अपने परिवारों एवं समुदायों के65,000 से अधिक, गैर-साक्षर वयस्कों को बुनियादी साक्षरता एवंसंख्या-ज्ञान प्रदान करने का समर्थन किया है।

 मेरठ : भारती एयरटेलफाउंडेशन के ‘सत्य भारती स्कूल’ समुदाय-केंद्रित पहल के माध्यम सेविद्यार्थियों को सशक्त एवं योग्य बनाने की दिशा में निरंतर सफलतापूर्वकअग्रसर है और ये इस विश्वास की पुष्टि भी करते हैं कि बच्चे वास्तव मेंदुनिया को बदल सकते हैं। इस प्रयास के केंद्र में छात्र-नेतृत्व वाले वेसामुदायिक अभियान हैं, जिनका उद्देश्य युवा शिक्षार्थियों के बीचजागरूकता एवं सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को बढ़ावा देना है।

साक्षरता भारती अभियान के माध्यम से वयस्क साक्षरता पर मुख्य रूप सेध्यान देने के साथ-साथ, ‘सत्य भारती स्कूल’ विभिन्न प्रभावी सामुदायिकअभियानों में सक्रिय रूप से सम्मिलित रहे हैं। 2016 में शुरू किया गयासाक्षरता भारती अभियान उन प्रमुख पहलों में से एक है जिसके अंतर्गतसत्य भारती स्कूलों के छात्र अपने परिवारों और समुदायों में गैर-साक्षरवयस्कों के लिए कम से कम बुनियादी शिक्षा की आवश्यकता-पूर्ति कीपैरवी करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ग्रीष्मकालीन अवकाश कार्यके एक भाग के रूप में दिए गए, छात्रों ने अब तक अपने परिवारों औरसमुदायों में 65,000 से अधिक गैर-साक्षर वयस्कों को मौलिक साक्षरताऔर संख्यात्मक कौशल हासिल करने में सहायता की है। इस पहल काउद्देश्य न केवल बुनियादी पढ़ाई, लिखाई और संख्या-ज्ञान संबंधी कौशलको विकसित करना है अपितु छात्रों में सशक्तिकरण और सामाजिकउत्तरदायित्व की भावना को भी उत्पन्न करना है।

सत्य भारती स्कूलों के छात्रों को, समर्पित शिक्षकों के सहयोग एवंमार्गदर्शन द्वारा विभिन्न  प्रभावपूर्ण शिक्षण विधियों में प्रशिक्षित कियागया है, जबकि पाठ्यक्रम को भारती एयरटेल फाउंडेशन द्वारासावधानीपूर्वक तैयार किया गया है, जिसमें अक्षरों, सरल शब्दावली,संख्या-ज्ञान, कहानी पठन एवं लेखन सबंधी विभिन्न अभ्यास सम्मिलितहैं। यह पहल इस विश्वास को दर्शाती है कि बच्चे ऐसा सकारात्मकबदलाव लाने में सक्षम हैं, जिसका आरंभ यदि घर से होगा तो फैलावव्यापक समाज में होगा। साक्षरता से आगे, यह कार्यक्रम न केवल नेतृत्वसंबंधी कौशलों अपितु शिक्षा की परिवर्तन शक्ति की गहन समझ को भीसमृद्ध बनाता है।


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