मेरठ के परिवार को उत्तराखंड पुलिस से पंगा लेना पड़ा महंगा 

बीच सड़क पर गाड़ी खड़ा करने के लेकर हुआ विवाद 

मेरठ। गंगा दशहरा पर हरिद्वार गये मेरठ के ककंरखेडा के परिवार को बीच सड़क पर गाड़ी खडा करना उस समय मंहगा पड़ गया। जब उत्तराखंड की ट्रैफिक पुलिस ने कार का चालान काट दिया। बस फिर क्या था कार में सवार युवकों ने ट्रैफिक कर्मियों के अभ्रद व्यवहार करना आरंभ कर दिया। आरोप है कार सवारों ने पुलिस कर्मियों के कालर पकड़ कर गाली गलौच करते डंडे से मारपीट की। जिसमे  एक दरोगा व पुलिस कर्मी घायल हो गया।इतना नही कार में सवार एक युवक ने पिस्टल दिखा कर गोली मारने की धमकी दी।  पुलिस ने सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिसमें दो महिलाएं भी शामिल है। पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो के मुताबिक- पुलिस वाले एक लड़के और परिवार के दूसरे लोगों के साथ मारपीट कर रही है।आसपास खड़े लोग पुलिस को बार-बार परिवार के साथ में है, कहकर रोकने का प्रयास कर रहे हैं। इसके बावजूद पुलिस वालों ने लड़के को पीट रहे हैं। मामला ज्वालापुर थाने का है। 

 कंकरखेड़ा निवासी सतेंद्र राठी अपनी पत्नी मंजू राठी, बेटी कनक और बेटा गृहवित राठी के साथ रविवार को हरिद्वार गए थे। गंगा दशहरा होने के कारण पूरा परिवार गंगा नहाने अपनी कार से निकला था। जब परिवार हरिद्वार के पास ज्वालापुर पहुंचा तो यहां गाड़ी किनारे लगाकर पानी खरीदने लगा। तभी उत्तराखंड पुलिस के 2 जवान मौके पर आए और गाड़ी का चालान काट दिया।जब सतेंद्र राठी ने कहा कि पानी खरीदने उतरे थे। चालान मत करिए। इसी बात पर पुलिस वाले भड़क गए और सतेंद्र राठी के साथ अभद्रता करने लगे। परिवार के अन्य लोगों ने इसका विरोध किया। तो पुलिस वालों ने सरेराह सतेंद्र राठी के बेटे गृहवित राठी और परिवार के साथ मारपीट शुरू कर दी। तभी मौके पर भीड़ लग गई। भीड़ ने पुलिस वालों को काफी रोका कि मारपीट न करें, परिवार साथ है लेकिन पुलिस नहीं रुकी।

मौके पर जमा भीड़ में से कुछ लोगों ने इस पूरी घटना का वीडियो बना लिया। वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। जिसमें उत्तराखंड पुलिस परिवार के साथ मारपीट करती और सतेंद्र के बेटे गृहवित को लेकर जाती साफ दिख रही है। जब पुलिस वाले सतेंद्र उनके बेटे गृहवित को लेकर जाने लगे तो मौके पर मौजूद दोनों महिलाओं ने पुलिस को रोका उसके सामने गिड़गिड़ाए लेकिन पुलिस नहीं मानी।

सड़क पर रिकार्ड किया गया मारपीट का जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है उसमें साफ दिख रहा है कि उत्तराखंड पुलिस किस तरह परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट कर रही है। लोगों के मुताबिक- पुलिस ने इस घटना को पूरा उल्टा बताकर इस पूरे परिवार पर ही मुकदमा करा दिया है। पुलिस की तरफ से ज्वालापुर थाने में सतेंद्र राठी उनकी पत्नी, बेटा और बेटी चारों लोगों पर मुकदमा कराकर उन्हें हिरासत में लिया गया है।

 उत्तराखंड पुलिस का ये कहना है

पुलिस की ओर से एसआई रविंद्र जोशी की तहरीर पर पूरे परिवार के खिलाफ एफआईआर की गई है। इसमें लिखा है- निर्जला एकादशी स्नान पर्व के अवसर पर मेरी ड्यूटी 16 जून को हरिलोक तिराहे पर यातायात व्यवस्था मे लगी थी। गंगा दशहरा स्नान के कारण हरिद्वार मे यातायात का काफी दबाब था। यातायात पूरी तरह बाधित हो रहा था। दिन के करीब 3 बजे एक गाड़ी, जिसका नंबर- UP 15 DE 5666 हाईवे पर देसी शराब ठेके के सामने खड़ी हो गई।वह अपनी टीम के साथ मौके पर गया और इसे हटाने के लिए कहा। इस पर गाड़ी में बैठे लोगों ने गाड़ी हटाने से मना कर दिया। मैंने उन्हें ट्रैफिक अधिक होने की बात भी कही लेकिन वो लोग नहीं माने। इसके साथ ही मैंने वहां नो पार्किंग में खड़ी एक फॉर्च्यूनर गाड़ी का चालान भी किया। इसी दौरान पहले वाली गाड़ी में बैठे लोग आक्रोशित हो गए और पुलिस वालों को गालियां देने लगे। गाड़ी में पीछे बैठी महिलाएं भी गालियां देने लगी और मारपीट के लिए गाड़ी से उतर गईं।महिलाओं ने हम पुलिस कर्मियों की वर्दी का कॉलर पकडते हुये कहने लगे हम यूपी के रहने वाले है। तुम लोगों का क्या हाल करते हैं, तुम्हें पता भी नहीं चलेगा। साथ में दोनों पुरुषों ने उनके ऊपर सड़क मे पड़े एक डंडे को उठाकर वार करते हुए मारपीट शुरू कर दी। इस कारण हरिलोक तिराहे यातायात पूर्णताः बाधित हो गया। इस दौरान कार में बैठे लड़के ने भी मारपीट की। मुझे और साथी सिपाही को चोट भी आई है।



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