प्रचंड गर्मी से पहाड़ों से लेकर मैदान तक तपे
सुबह से शाम तक बरस रही आग, लोगों का घरों से बाहर निकालना हुआ दुश्वार
बेजुबान पक्षी भी प्रचंड गर्मी की चढ़ रही भेंट
मेरठ। आसमान से बरस रही आगे से मेरठ के सारे रिकार्ड को तोड़ कर रख दिया है। प्रचंड गर्मी से आम आदमी इससे हलकान है। इसका असर पशु -पक्षियों पर काफी दिखाई दे रही है। पानी की तलाश में भटक रहे सैकड़ों पक्षी अपनी जान दे चुके है। अभी इस प्रचंड गर्मी का असर एक सप्ताह और दिखाई देने की संभावना है। प्रचंड गर्मी से मौसम वैज्ञानिक भी अतप्रभ हो रहे है। मेरठ में बुधवार व गुरुवार को 43 डिग्री के पार चल रहा है। सड़कों पर कर्फ्यू जैसा माहौल दिखाई दे रहा है।
गर्मी के चलते जनजीवन प्रभावित हो गया है। बुधवार को भी गर्मी का असर दिनभर बना रहा और शाम को भी गर्मी में राहत नहीं मिली। जून में ऐसी गर्मी पहले नहीं देखी है। गर्मी ने पिछले दशक का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मकान पर भटटी की तरह भभक रहे है। पंखे कूलर से राहत नहीं मिल पा रही है। प्रचंड गर्मी के कारण बाजारों में चहल पहल न के बराबर दिखाई दे रही है। दुकानदार हाथ पर हाथ रखकर खाली बैठने के लिए मजबूर हो गये है। पिछले एक सप्ताह में गर्मी के कारण आधा दर्जन लोगों ने सड़क पर चलते दम तोड़ दिया है। प्रचंड गर्मी का असर पशु पक्षियों में दिखाई दे रहा है। जंगलों के लगातार क्षेत्रफल कम होने से उन्हें बसेरा करने के लिए स्थान नहीं मिल पा रहा है। ऊपर से खुले में पानी न मिलने के कारण वह दम तोड़ रहे है। पेड़ों पर बैठे गिलहरी , चिड़िया ,कबूतर गश खाकर जमीन पर गिर रहे है। इसका कारण प्रचंड गर्मी को वह बर्दाश्त नहीं कर पा रहे है। गर्मी का असर सिर्फ प्लेन पर असर स्थानों पर दिखाई दे रहा है। इसका असर पहाड़ी जिलों मे साफ दिखाई दे रहा है। प्रचंड गर्मी के कारण जंगलों में आग लग रही है। सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विवि के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही के अनुसार अभी गर्मी से राहत नहीं होगी।
10 साल में ये मेरठ में गर्मी का रिकॉर्ड
वर्ष तापमान
2015- 43.0
2016- 43.1
2017- 41.9
2018- 41.7
2019 - 43.0
2020- 42.1
2021- 41.8
2022 - 43.5
2023 - 43.5
2024- 43.6
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