तीसरी वार्ता भी फेल
इलमा अजीम
किसानों के साथ केंद्र सरकार की तीसरी बैठक भी फेल हो गई है। उस बैठक में कोई नतीजा नहीं निकल पाया। बैठक के दौरान एमएसपी पर लंबी बातचीत हुई, सरकार ने कई तर्क भी दिए, लेकिन किसान मानने को तैयार नहीं हुए और उसी वजह से तीसरी वार्ता भी फेल ही हो गई।
बताया जा रहा है कि बैठक के दौरान सरकार ने किसानों को मनाने की काफी कोशिश की। केंद्र ने जोर देकर कहा कि कई फसलों पर पहले से ही एमएसपी दी जा रही है। इस बात पर भी जोर दिया गया कि हरियाणा और पंजाब के किसानों को तो गेहूं और धान पर पहले से ही एमसपी मिल रही है। लेकिन किसान अपनी उसी मांग पर अड़े रहे जहां कहा गया कि कानूनी गारंटी मिलना जरूरी है। वैसे जानकारी तो ये भी मिली है कि किसानों को लखीमपुर खीरी वाली घटना पर भी केंद्र सरकार से एक प्रस्ताव मिला है। उस प्रस्ताव के तहत आंदोलन खत्म होने के सात दिनों के भीतर में मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी। दूसरे कई मुद्दों पर भी सरकार ने ऐसे ही किसानों को मनाने की कोशिश की है। लेकिन किसान इस बार झुकने के मूड में नहीं हैं। यहां ये समझना जरूरी है किसानों द्वारा कल भारत बंद का ऐलान कर दिया गया है। संयुक्त किसान मोर्चा और देश के कई किसान संगठनों ने लोगों से शुक्रवार सुबह छह बजे से शाम चार बजे तक भारत बंद में शामिल होने की अपील की है। किसान संगठनों से जुड़े लोग शुक्रवार को देश के प्रमुख मार्गों पर चक्का जाम करेंगे, जिससे लोगों को तकलीफ होना तय है। उधर, प्रदर्शनकारी किसानों के समर्थन में संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) द्वारा किए गए ‘भारत बंद’ के आह्वान के मद्देनजर बल अत्यंत सतर्क हैं। सुरक्षाकर्मी तीसरे सीमा बिंदु-गाजीपुर पर भी तैनात रहे।
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