जेल में कैदियों की सेहत की होगी जांच
11 से 18 दिसम्बर तक आयोजित शिविर में कैदियों की एसटीडी, एचआईवी,टीबी हेपेटाइटिस आदि के होंगे टेस्ट
नोएडा, 5 दिसम्बर 2023। जेलों में बंद कैदियों के स्वास्थ्य की जांच करने के लिए प्रदेश में एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। उप्र राज्य एड्स नियत्रंणसोसाइटी, लखनऊ की ओर से जारी निर्देशों के क्रम में जनपद की जिला जेल में बंद कैदियों की 11 से 18 दिसम्बर तक स्वास्थ्य जांच की जाएगी। इन कैदियों कीएसटीडी (सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज), एचआईवी (ह्युमनइम्युनडिफिशिएंशी वायरस), टीबी (क्षयरोग) तथा हेपेटाइटिस आदि की विशेष रूप से जांच की जाएगी। साथ ही इन बीमारियों से बचाव के प्रति जागरूक किया जाएगा।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. आर.पी. सिंह ने बताया- जिला जेल में 11 से 18 दिसम्बर तक चलने वाले जांच शिविर के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी लगाई गयी है।यह कर्मचारी 11 से 18 दिसम्बर तक नियमित रूप से जेल में बन्दियों को यौन जनित रोगों, एचआईवी, टीबी, सिफ़लिस तथाहेपेटाइटिस से बचाव के उपाय बताएंगे साथ ही जांच में संक्रमित पाये जाने की दशा में नियमित रूप से पूरा उपचार कराने के सम्बन्ध में उनको विस्तार से समझाएंगे।
डा. सिंह ने बताया- बन्दियों को नियमित रूप सेअपनी स्वास्थ्य जांच कराने के बादकारागार चिकित्सा अधिकारी एवं विशेषज्ञ चिकित्सकों की ओर सेदी गई औषधियोंका नियमित रूप से सेवन करने तथा जेल से रिहा होने के बाद भी सरकारी चिकित्सालय के माध्यम सेअपना उपचार नियमित रूप से जारी रखने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
उन्होंने बंदियों से कहा कि किसी भीबीमारी के लक्षण दिखाई देने पर उसकी जांच और सम्पूर्ण उपचार जरूर कराएं।एचआईवीसंक्रमित व्यक्ति के छूने, साथ बैठने और खाने से यह बीमारी नहीं फैलती है। संक्रमित व्यक्ति के शरीर से निकलनेवाले द्रव्य यारक्त के संपर्क में आने से संक्रमण हो सकता है। इसके अलावाअसुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित असुरक्षित इंजेक्शन साझा करना, इसके साथ ही संक्रमित गर्भावस्था, संक्रमित मां के स्तनपान से बच्चे में एचआईवी फैल सकता है। इसलिए समय पर जांच करवाना बेहदजरूरी है। उन्होंने बताया - दो हफ्ते या उससे अधिक समय तक खाँसी, खाँसी के साथ बलगम में खून आना, रात में पसीनाआना, भूख न लगना और वजन कम होना आदि टीबी के लक्षण हैं। इस तरह के लक्षण नजर आने पर तुरंत जांच करानी चाहिए।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया- जिला चिकित्सालय के लैब टेक्नीशियन (एलटी) नवनीत कौशिक, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) दादरी केइंटिग्रेटिड काउंसलिंग एंड टेस्टिंग सेंटर(आईसीटीसी) केलैब टेक्नीशियन (एलटी) शील गौतम, सीएचसी भंगेल आईसीटीसी-एलटी नेहा राघव, राजकीय आयुर्वेद संस्थान (जिम्स) कासना के एलटी हरी प्रकाश, सीएचसी जेवर के एलटी डालचंद व राहुल की ड्यूटी लगायी गई है। यह सभी कर्मचारी जिला कारागार के चिकित्सा अधिकारी डा. विवेक पाल के साथ स्वास्थ्य शिविर में सहयोग करेंगे।
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