एमडीए के इंजीनियर से 50 लाख से रंगदारी मांगने पर भाजपा के जिला उपाध्यक्ष गजेंन्द्र चौधरी पर मुकदमा दर्ज
मेरठ । आरएसएस से जुड़े आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ. बीपीएस लोचब से 2.65 लाख रुपए रंगदारी वसूलने के मामले में पिछले 22 दिन से मुरादाबाद जेल में बंद भाजपा के जिला उपाध्यक्ष गजेंद्र चौधरी के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज हुआ है।मेरठ विकास प्राधिकरण के सेवानिवृत्त इंजीनियर ने मुरादाबाद के सिविल लाइंस थाने में गजेंद्र और उसके 7 साथियों के खिलाफ मकान पर कब्जा करने तमंचे के बल पर 50 लाख रुपए रंगदारी मांगने की एफआईआर दर्ज कराई है।
बता दें भाजपा नेता गजेंद्र चौधरी ने वर्ष 2013 में छात्र संघ अध्यक्ष रहते हुए इंजीनियर के मकान पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद मकान खाली करने के लिए 50 लाख रुपए की डिमांड करने लगा था। पीड़ित इंजीनियर वेदप्रकाश वर्मा ने कई बार पुलिस से शिकायतें की।लेकिन, गजेंद्र के सियासी रसूख की वजह से कोई उस पर हाथ नहीं डाल सका था। पहला मौका है जब पुलिस ने उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए 10 साल से इंसाफ को भटक रहे बुजुर्ग सेवानिवृत्त इंजीनियर को इंसाफ दिलाया है।
मूल रूप से मुरादाबाद के डिलारी थाना क्षेत्र में सुल्तानपुर दोस्त गांव का रहने वाला गजेंद्र सिंह उर्फ गजेंद्र चौधरी हिंदू कॉलेज छात्र संघ का अध्यक्ष रहा है। बसपा सरकार के वक्त में वो बसपा नेताओं से जुड़ा था।इसके बाद सपा की सरकार आने पर उसकी सपा नेताओं से नजदीकियां रहीं और भाजपा सरकार बनने पर भाजपा का दामन थाम लिया। इसके बाद भाजपा में युवा मोर्चा का जिलाध्यक्ष रहा और अब जिले की मुख्य बॉडी में उपाध्यक्ष के पद पर है।
मेरठ विकास प्राधिकरण से जूनियर इंजीनियर पद से सेवानिवृत्त होने वाले वेद प्रकाश वर्मा इन दिनों मेरठ सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में फेज-1, रुड़की रोड पल्लवपुरम में रहते हैं। उन्होंने शुक्रवार को मुरादाबाद के सिविल लाइंस थाने में गजेंद्र चौधरी के खिलाफ अपने मकान पर कब्जा करने और 50 लाख रुपये रंगदारी मांगने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। एफआईआर में गजेंद्र चौधरी के साथ सचिन चौधरी पुत्र रामपाल सिंह निवासी जालपुर थाना भगतपुर, अनूप सिंह पुत्र छोटेलाल निवासी बढ़ापुर मजरा महेशपुर खेम थाना भगतपुर, सचिन कुमार पुत्र शिव दयाल निवासी अवन्तिका कालोनी एमडीए पानी की टंकी के पास सिविल लाइंस, अनिल कुमार पुत्र राधेश पाल निवासी आशियाना प्रथम, सिविल लाइंस, सुनील पुत्र विक्रम सिंह निवासी आशियाना प्रथम सिविल लाइंस और मनोज कुमार पुत्र गजराम सिंह निवासी आशियाना सिविल लांइस का भी नाम है। इसके अलावा एक आरोपी अज्ञात है।
जिन 7 आरोपियों के खिलाफ रिटायर्ड इंजीनियर ने एफआईआर दर्ज कराई है उनमें से ज्यादातर भाजपा और उसके अनुसांगिक संगठनों से जुड़े हुए हैं। गजेंद्र चौधरी भाजपा का जिला उपाध्यक्ष है। अनूप सिंह भाजपा के टिकट पर जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ चुका है। सचिन कुमार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का प्रदेश सह मंत्री है। अनिल कुमार पार्टी के एससी मोर्चा में पदाधिकारी है। मनोज कुमार भी भाजपा से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ चुका है।
वेद प्रकाश वर्मा मेरठ ट्रांसफर होने से पहले मुरादाबाद विकास प्राधिकरण में अवर अभियंता थे। इस दौरान उन्होंने मुरादाबाद के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में अवंतिका कालोनी में एक मकान (C-91) बनाया था। इसके बाद 2013 में उनका तबादला मेरठ विकास प्राधिकरण में हो गया था। गजेंद्र ने उनके मकान में एक कमरा परीक्षा देने के लिए मांगा था।
कोर्ट से केस हारने के बाद भी खाली नहीं किया मकान
रिटायर्ड इंजीनियर वेदप्रकाश वर्मा ने पुलिस को बताया- "मेरी पत्नी के नाम से किराए की फर्जी रसीदें छपवाने के बाद गजेंद्र चौधरी ने सिविल जज सीनियर डिवीजन की कोर्ट में किराएदार की हैसियत से मुकदमा दर्ज करा दिया। जिसका निर्णय कोर्ट से मेरे पक्ष में आया। इसके बाद अपर जिला जज की कोर्ट में मुकदमा किया, इसमें भी कोर्ट का निर्णय मेरे पक्ष में ही आया। लेकिन इसके बाद भी गजेंद्र चौधरी और उसके साथियों ने मकान खाली नहीं किया।"
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