17 साल के बाद जेल से छूटा निठारी कांड का आरोपी मोनिंदर सिंह पंढेर!

नोएडा (एजेंसी)।  निठारी हत्याकांड के आरोपी मोनिंदर सिंह पंढेर को 17 साल के बाद  शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा की लुक्सर जेल से रिहा कर दिया गया । अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने सोमवार को 65 वर्षीय पंढेर और उसके घरेलू सहायक सुरेंद्र कोली को 2006 के सनसनीखेज मामले में यह कहते हुए बरी कर दिया कि अभियोजन पक्ष "संदेह से परे" अपराध साबित करने में विफल रहा और इससे जांच में "गड़बड़" हुई। लुक्सर जेल अधीक्षक अरुण प्रताप सिंह ने  बताया, ''आज हमें अदालत से दूसरा आदेश (पंढेर की रिहाई से संबंधित) प्राप्त हुआ है। उचित औपचारिकताओं के बाद दोपहर तक उसे रिहा कर दिया गया । रिहा होने के बाद वह अधिवक्ता के साथ वह चंडीगढ रवाना हो गया। मीडिया कर्मियों ने उससे बात करने की कोशिश की लेकिन उसने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। 
 पीडित बोले ब्लैक फ्राइडे 
 निठारी कांड के पीडितों का कहना है इसे वह ब्लैक फ्राइडे के रूप में याद रखेंगे। जितना दुख उन्हें अपने बच्चों का है उतना दुख इस बात का है कि करीब दो दशक के बाद भी उन्हें यह तक नहीं पता चल पाया कि उनके बच्चों को हत्यारा कौन है, 

मुख्य आरोपी कोली अभी भी गाजियाबाद के डासना जेल में बंद है। वह 14 वर्षीय लड़की की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काटेगा। निठारी का सनसनीखेज मामला उस समय प्रकाश में आया था जब 29 दिसंबर, 2006 को राष्ट्रीय राजधानी से सटे नोएडा के निठारी में पंढेर के मकान के पीछे ड्रेन में आठ बच्चों के कंकाल पाए गए। कोली पंढेर का नौकर था। पंढेर के मकान के आसपास के क्षेत्र में ड्रेन में तलाशी के बाद और कंकाल पाए गए। इनमें से ज्यादातर कंकाल गरीब बच्चों और युवतियों के थे जो उस इलाके से लापता थे। दस दिनों के भीतर सीबीआई ने इस मामले की जांच अपने हाथ में ले ली और उसे खोज के दौरान और अस्थियां मिली थीं।

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