गाजियाबाद में केमिकल और गत्ता फैक्ट्री में लगी भीषण आग
दीवार तोड़कर अंदर घुसे फायर फाइटर्स, 7 घंटे में पाया काबू
गाजियाबाद।शहर के साउथ इंडस्ट्रियल एरिया में बीती रात करीब तीन बजे केमिकल और गत्ता फैक्ट्रियों में भीषण आग लग गई। आग से गत्ते के बड़े-बड़े बंडल और कुछ मशीनें चपेट में आ गईं। जेसीबी से करीब 8 जगह से दीवारें तोड़कर फायर फाइटर्स अंदर घुसे और करीब 7 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी राहुल पाल ने बताया,"रात करीब साढ़े तीन बजे साउथ इंडस्ट्रियल एरिया के प्लॉट नंबर-22-13 स्थित प्रेम इंडस्ट्रीज में आग लगने की सूचना मिली थी। तुरंत फायर टेंडर मौके पर पहुंचे तो पता चला कि ये एक केमिकल फैक्ट्री है, जहां से आग लगने की शुरुआत हुई।"
उन्होंने बताया,"फायर फाइटर्स ने जब तक बचाव-राहत कार्य शुरू किया, तब तक ये आग इससे सटी गत्ता फैक्ट्री तक पहुंच चुकी थी। जो एक काफी बड़े कवर्ड एरिया में है। आग फैक्ट्री के हर कोने में पहुंच चुकी थी। फैक्ट्री के प्रत्येक एंट्री-एग्जिट गेट, खिड़कियों से सिर्फ आग की तेज लपटें उठ रही थीं। फायर फाइटर्स सिर्फ बाहर से ही पानी की बौछार करके आग पर काबू पाने के प्रयास में जुटे हुए थे, लेकिन आग अंदर गत्ते के बड़े-बड़े बंडलों में लगी हुई थी।"
3 जिलों की 17 गाड़ियां बुलानी पड़ीं
सीएफओ ने बताया,"गाजियाबाद, नोएडा, मेरठ और हापुड़ जिले से कुल 17 दमकल गाड़ियां मौके पर बुलाई गईं। तीन जेसीबी बुलवाकर आठ जगह से दीवार तोड़कर एप्रोच बनाई गई। ताकि फायर फाइटर्स अंदर घुसकर आग पर तेजी से काबू पा सकें। गत्ते के बंडलों में आग बार-बार सुलग रही है। इसलिए जेसीबी से गत्ते के रोल्स बाहर निकाले गए और फिर उन पर पानी डालकर आग शांत की गई। आसपास की दो-तीन फैक्ट्रियों में नुकसान होने से बचा लिया गया है।"
उत्पादन बंद था, तब लगी आग
बताया जा रहा है कि रात में इस फैक्ट्री में उत्पादन कार्य बंद रहता है। इसलिए जब फैक्ट्री में आग लगी, तब कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था। माना जा रहा है कि शॉर्ट सर्किट के चलते ये हादसा हुआ है। फिलहाल गत्ता फैक्ट्री में कितना नुकसान हुआ है, इसका कोई आकलन नहीं है। लेकिन नुकसान काफी माना जा रहा है, क्योंकि फैक्ट्री के अंदर गत्ते के ज्यादातर बंडल जल चुके हैं और मशीनों तक भी आग पहुंची है।
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