निक्षय मित्र बनकर क्षय रोगियों के साथ खड़ी है “साथी” फाउंडेशन
- दो सौ क्षय रोगियों को दिलाई टीबी से निजात, अब दूसरों का थाम रहे हाथ
- फाउंडेशन ने 75 नए क्षय रोगी गोद लिए, आगे भी जारी रहेगी मुहिम
गाजियाबाद, 12 जून, 2023। जिला क्षय रोग विभाग के साथ मिलकर “साथी” फाउंडेशन टीबी मुक्त भारत अभियान में जुड़ी है। फाउंडेशन की एमडी काजल छिब्बर लगातार क्षय रोगियों से मिलकर उनकी हौसला अफजाई के साथ ही नियमित रूप से दवा खाते रहने के लिए प्रेरित करती हैं, उनका कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आव्हान पर टीबी मुक्त भारत का संकल्प पूरा करने का प्रण देश के हर एक नागरिक को लेना होगा। आमजन के सामुहिक प्रयास से ही क्षय रोगियों की जल्दी पहचान और उपचार संभव है, टीबी मुक्त भारत का संकल्प पूरा करने के लिए क्षय रोगियों की जल्दी पहचान और उपचार जरूरी है।
भावनात्मक और सामाजिक सहयोग से क्षय रोगियों की इच्छा शक्ति मजबूत होती है और साथ ही रिकवरी भी तेज हो जाती है। क्षय रोगियों को गोद लिए जाने का एक बड़ा लाभ यह भी है कि लगातार फालोअप उन्हें नियमित रूप से दवा खाते रहने के लिए प्रेरित करता रहता है। आंकड़ों की बात करें तो निक्षय मित्रों से मिल रहे भावनात्मक और सामाजिक सहयोग से सूबे में क्षय रोगियों की रिकवरी का आंकड़ा 84 प्रतिशत से बढ़कर 94 प्रतिशत से ऊपर पहुंच गया है।
जनपद में “साथी” फांउडेशन की एमडी काजल छिब्बर ने अलग-अलग समय पर दो सौ क्षय रोगियों को गोद लेकर टीबी मुक्त कराने के बाद 100 नए क्षय रोगियों को गोद लेने का निश्चय किया है। उन्होंने बताया - गोद लिए गए दो सौ क्षय रोगियों को टीबी मुक्त होने तक सात से आठ माह तक पुष्टाहार उपलब्ध कराने के साथ ही लगातार फालोअप भी किया गया। सोमवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, फरीदनगर पर काजल छिब्बर ने नगर पंचायत अध्यक्ष रेशमा कुरैशी की मौजूदगी में 50 क्षय रोगियों को गोद लिया। इससे पहले शनिवार को संजय नगर स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय में वह 25 क्षय रोगियों को गोद लेकर पुष्टाहार उपलब्ध करा चुकी हैं। इस हौंसले के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर ने श्रीमति छिब्बर को बधाई देते हुए जनहित के इस कार्य से जुड़े रहने के लिए प्रेरित किया है।
फरीदनगर पीएचसी पर सोमवार को आयोजित एडोप्शन कार्यक्रम के दौरान काजल छिब्बर के साथ नगर पंचायत अध्यक्ष रेशमा कुरैशी और रशद कुरैशी ने भी क्षय रोगियों को नियमित रूप से दवा खाने, अपने सभी परिजनों की टीबी जांच कराने और उच्च प्रोटीन युक्त भोजन लेते रहने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ प्रयोगशाला पर्यवेक्षक संजय यादव और रविंद्र कुमार, वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक कृष्णा शर्मा और पंकज रावत, फार्मासिस्ट विमल शर्मा, जयवर्द्धन और यशपाल आदि का सहयोग रहा।


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