एंटी मलेरिया माह :  

बुखार के सभी रोगियों की मलेरिया स्लाइड तैयार होगी : डीएमओ

साफ-सफाई का ध्यान रखें और घर के पास जलजमाव न होने दें 

- “हर रविवारमच्छर पर वार” अपनाकर मच्छर जनित रोगों से बचें 

 हापुड़, 02 जून, 2023। शासन के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. सुनील कुमार त्यागी के निर्देशन में मलेरिया विभाग जून माह को एंटी मलेरिया माह के रूप में मना रहा है। जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) ने बताया - सरकारी चिकित्सालयों में पहुंचने वाले बुखार के सभी रोगियों की मलेरिया स्लाइड तैयार कराई जाएगी। पूरे माह के दौरान मच्छर की ब्रीडिंग रोकने के लिए गतिविधियों का आयोजन किया जाएगासाथ ही लोगों को मलेरिया से बचाव के लिए जागरूक किया जाएगा। जिला मलेरिया अधिकारी सतेंद्र कुमार ने बताया - बरसात के कारण खुले पड़े प्रयोग में न आने वाले टायरोंबर्तनों या फिर नालियों में जल जमाव होने से मलेरिया संक्रमण के वाहक मादा एनाफिलीज मच्छर पनपते हैं। मलेरिया से बचाव के लिए मच्छरों से बचाव करें। मच्छर पनपने वाले स्रोतों को नष्ट करें।

जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया - हर रविवारमच्छर पर वार”  यह वाक्य मात्र तुकबंदी नहींबल्कि मच्छर के अंडे से मच्छर बनने का पूरा चक्र है। अंडे से मच्छर बनने में एक सप्ताह का समय लगता है और यदि हम हर सप्ताह अपने घर के कूलरफ्रिज की ट्रे और घर के आसपास जमा पानी की सफाईएंटी लार्वा स्प्रे कर दें तो मच्छर पनपने ही नहीं पाएंगे और मच्छर नहीं पनपेंगे तो वेक्टर जनित रोगों का संक्रमण नहीं बढ़ सकेगा। उन्होंने बताया - मलेरिया प्लाज्मोडियम वाइवैक्स वायरस के कारण होता है। मादा एनाफिलीज मच्छर संक्रमित व्यक्ति को काटता है तो वायरस उसमें चला जाता है और फिर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटने पर मच्छर वायरस को उस व्यक्ति के शरीर में छोड़ देता हैइस प्रकार मलेरिया का संक्रमण बढ़ता जाता है। संक्रमित मच्छर के काटने के बाद लक्षण दिखने में छह से आठ दिन का समय लगता है। बुखार होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर चिकित्सकीय परामर्श लें। 

मलेरिया के लक्षण :

तेज बुखारथकानसिर दर्दपेट दर्दउल्टी या मतली आनाबेहोशी आना और मांसपेशियों में दर्द।

यूडीएसपी पोर्टल रिपोर्टिंग का प्रशिक्षण दिया

सभी सर‌कारी और निजी चिकित्सालयों के अलावा पैथोलॉजी लैब को भी यूनीफाइड डिजीज सर्विलांस पोर्टल (यूडीएसपी) पर डेंगूमलेरियाचिकनगुनिया और डायरिया समेत 12 संक्रामक रोगों की जानकारी अपलोड करनी होगी। कोविड के बाद संक्रामक रोगों की निगरानी के लिए यह पोर्टल तैयार किया गया है। जिला मलेरिया अधिकारी सतेंद्र कुमार ने बताया - शुक्रवार को एपिडेमोलॉजिस्ट डा. राजश्री और डाटा मैनेजर मनीष कुमार ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रगढ़मुक्तेश्वर प्रभारी डा. दिनेश भारती की मौजूदगी में स्टाफ को यूडीएसपी रिपोर्टिंग का प्रशिक्षण दिया।

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