उद्घाटन समारोह में शामिल धर्मगुरुओं का बड़ा संदेश

कहा- धर्म गुरु से पहले हम भारतीय
नई दिल्ली (एजेंसी)।
नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में तमिलनाडु के अलग-अलग मठों से आए अधीनम ने हवन-पूजन किया। उद्घाटन के बाद नई संसद में सर्वधर्म सभा आयोजित हुई। इस सर्वधर्म सभा में बौद्ध, जैन, पारसी, सिख समेत कई धर्मों के धर्मगुरु ने अपनी-अपनी प्रार्थनाएं कीं। धर्मगुरुओं ने भारतीयों को एकजुट रहने का संदेश दिया।
उन्होंने कहा कि आज का दिन भारतीयों के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर बहु-विश्वास प्रार्थना में भाग लेने वाले यहूदी रब्बी एजेकील इसहाक मालेकर ने कहा कि आज हमने विविधता में एकता का संदेश दिया है। हम धर्म गुरु है, लेकिन हम संदेश देना चाहते हैं कि हम पहले भारतीय नागरिक के तौर पर उपस्थित रहे हैं।
वहीं, सिख गुरु बलबीर सिंह ने कहा कि मैं राजनीति से खुद को दूर रखता हूं। इसलिए मैं केवल इतना कह सकता हूं कि देश के विकास के लिए सभी को एकजुट होकर काम करना चाहिए।
जैन आचार्य डॉ. लोकेश मुनि ने कहा कि'आज नई संसद में जब 'धर्म दंड' स्थापित किया गया तो हमने एक ऐतिहासिक क्षण देखा। उन्होंने कहा कि मैंने संपूर्ण जैन धर्म की तरफ से मोदी का आभार व्यक्त किया क्योंकि पीएम ने धर्म दंड को बड़े आदर के साथ स्थापित किया।

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