किसान खुशहाल होगा तभी भारत आत्मनिर्भर बनेगा', अन्नदाता के साथ ऊर्जा दाता बनें किसानः नितिन गडकरी 

मुजफ्फरनगर। जिले के नुमाइश मैदान में आयोजित पशु प्रदर्शनी एवं कृषि मेले का केंद्रीय राज्य मार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के सपनों का आत्मनिर्भर भारत तभी बन सकता है जब किसान खुशहाल होगा। देश में पैसे की नहीं बल्कि ईमानदारी से काम करने वाले नेताओं की कमी है। देश के हर गांव को स्मार्ट विलेज में बदलने की जरूरत होगी। नुमाइश मैदान में लगे मेले में करीब 150 स्टाल लगाए गए हैं। जिनमें 75 कृषि यांत्रिकी उपकरण, ड्रोन एग्री स्टार्टअप के स्टॉल शामिल हैं। 40 स्टॉल डेयरी एवं पशुपालन 15 स्टॉस मत्स्य पालन, 20 स्टॉल आईसीएआर से संबंधित लगाए गए हैं। साथ ही इस मेले में किसानों को गन्ने की खेती करने के लिए उन्नत तकनीक की जानकारी विशेषज्ञ वैज्ञानिकों द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है।

केंद्रीय राज्य मार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने किसानों से आह्वान किया कि वह खेती में आधुनिक तकनीक का प्रयोग करें। उन्होंने कहां की गेहूं चावल और गन्ने की खेती कर किसान की जिंदगी नहीं बदली जा सकती। अगर किसान को समृद्ध बनना है तो उसे एथेनॉल जैसे उत्पाद की तरफ बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि हमारा किसान अन्नदाता है, लेकिन अब उसे ऊर्जा दाता बनना पड़ेगा।

आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को मुजफ्फरनगर पहुंचकर नुमाइश मैदान में लगी पशु प्रदर्शनी और कृषि मेले का उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद उन्होंने कहा कि जब तक देश का किसान खुशहाल नहीं होगा तब तक देश का विकास नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अब किसानों को आधुनिक तकनीक और नए उत्पाद के बारे में सोचना चाहिए।

एथेनॉल की खेती करने की अपील

कहा कि गेहूं, चावल और गन्ने की खेती कर किसान अपने जीवन में हमेशा के लिए खुशहाली नहीं ला सकता। यदि उसे स्वयं और देश का विकास करना है तो एथेनॉल जैसे उत्पाद की तरफ कदम बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि यह सत्य है कि अगर देश का किसान खुशहाल होगा तभी आत्मनिर्भर भारत बन सकेगा। नितिन गडकरी ने कहा कि जब संजीव बालियान उन्हें मिलते हैं तो वह कहते हैं कि असली जाट बलियान नहीं बल्कि वह स्वयं है।

बोले- गन्ने से लेकर एथेनॉल की करते हैं खेती

उन्होंने कहा कि वह तीन चीनी मिल चलाते हैं। गन्ने की खेती से लेकर एथेनॉल तक तैयार करते हैं। उन्होंने कहा कि वह उस क्षेत्र से आते हैं जहां किसान कपास की खेती करता था और उसके मकड़जाल में उलझ कर 10 हज़ार से अधिक किसान खुदकुशी कर चुके हैं। लेकिन आज वहां के हालात बदल चुके हैं। 

केंद्रीय पशुपालन डेरी एवं मत्स्य पालन मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने उनके विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में किसानों को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पशु खरीदने एवं मछली पालन हेतु सरकार द्वारा ऋण दिया जा रहा है जिसमें सब्सिडी भी शामिल है। उन्होंने कहा कि किसान सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं का लाभ उठाएं।

केंद्रीय राज्य मंत्री डॉक्टर संजीव कुमार बालियान ने कहा कि भारत सरकार द्वारा इस तरह की प्रदर्शनी एवं मेले लगाने का यह प्रथम प्रयास है। भविष्य में इस तरह के मेले देशभर में आयोजित होकर रहेंगे। साथ ही उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी एवं मेले के दौरान कुश्ती और कबड्डी के मुकाबले भी होंगे, जिनके विजेताओं को भी पुरस्कृत किया जाएगा।

इस दौरान केंद्रीय पशुपालन डेयरी एवं मत्स्य पालन मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला, केंद्रीय मंत्री वीके सिंह यूपी सरकार के लोकनिर्माण मंत्री जतिन प्रसाद और मंत्री कपिल देव अग्रवाल भी शामिल रहे।

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