आगंनबाड़ी केंद्रों पर मना वजन दिवस, दी पोषण की जानकारी

45760 बच्चों का किया गया वजन
 मेरठ, 6 सितम्बर 2022। पोषण माह के तहत जनपद के सभी ब्लॉक में आंगनबाड़ी केंद्रों पर वजन दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान बच्चों का वजन और ऊंचाई नापी गयी और इसके महत्व पर अभिभावकों को जानकारी दी गयी। बाल विकास परियोजना अधिकारी की निगरानी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने वजन करने के बाद कुपोषित बच्चों को पोषक आहार देने के विषय में अभिभावकों को जानकारी दी।
जिला कार्यक्रम अधिकारी विनीत कुमार सिंह  ने बताया - पोषण माह के तहत मंगलवार को सभी आगंनबाड़ी केंद्रों पर वजन दिवस मनाया गया।  इस दौरान 2076 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर छह माह से पांच वर्ष, सात माह से तीन वर्ष और तीन वर्ष से छह वर्ष तक के कुल 45760 बच्चों का वजन और ऊंचाई नापी गयी इस दौरान पोषण के महत्व के विषय अभिभावकों को जानकारी दी गयी।
बाल विकास परियोजना अधिकारी की निगरानी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने वजन करने के बाद कुपोषित बच्चों को पोषक आहार देने के विषय में अभिभावकों को जानकारी दी। कुपोषित बच्चों को नियमित पोषाहार देने की सलाह देते हुए बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा दिये जाने वाले पोषाहार के विषय में भी बताया गया। जिले के सभी ब्लाक में पंजीकृत बच्चों के वजन एवं ऊंचाई नाप कर कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चों की पहचान भी की गयी। साथ ही अति कुपोषित बच्चों को जिले के पोषण पुनर्वास केंद्र में संदर्भन के विषय में भी अभिभावकों को जागरूक किया गया।
उन्होंने बताया उम्र के हिसाब से बच्चे का वजन कम या ज्यादा है तो उन्हें कई तरह की स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां हो सकती हैं। सही वजन बच्चों को स्वस्थ रखने के साथ-साथ कई बीमारियों से भी दूर रखता है। इसलिए उम्र के मुताबिक सही वजन की जानकारी होना बेहद आवश्यक है। जन्म के समय जिन बच्चों का वजन दो किलोग्राम से कम रहता है उन बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। इसकी वजह से संक्रमण तेजी से फैलता है और कई प्रकार के रोगों से बच्चे को खतरा बना रहता है। सामान्य स्थिति में जन्म के समय ढाई किलोग्राम से लेकर साढ़े तीन किलोग्राम तक के वजन वाले बच्चों को स्वस्थ माना जाता है।

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