स्मार्ट ग्राम पंचायत राष्ट्रीय कार्यशाला

 गांव आत्मनिर्भर होगा तो बापू का सपना साकार होगाः सीएम योगी

लखनऊ।भारत को पीएम मोदी के आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करना है तो इसकी नींव को आत्मनिर्भर बनाना होगा। भारत की आत्मा गांवों में निवास करती है। गांव आत्मनिर्भर होगा तो बापू के सपने को साकार करने में मदद मिलेगी। उन्होंने ग्राम स्वराज की परिकल्पना की थी, जो आत्मनिर्भर गांव की ही की थी। आत्मनिर्भर गांव ही स्मार्ट गांव की परिकल्पना को साकार कर सकते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस दिशा में काफी प्रयास किए हैं।
ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहीं। वे गुरुवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित दो दिवसीय स्मार्ट ग्राम पंचायत राष्ट्रीय कार्यशाला के शुभारंभ पर बतौर मुख्य अतिथि अपनी बात रख रहे थे। सीएम योगी ने कहा कि हमारे पास सब कुछ मौजूद है। थोड़े से प्रयास की आवश्यकता है। देश में ढाई लाख व 58 हजार से अधिक ग्राम पंचायतें यूपी में हैं। इनके अनुपात में 23 फीसदी यूपी में हैं। पीएम ने देश की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डालर बनाने का संकल्प लिया है। स्वाभाविक रूप में इसमें प्रदेशों का भी भूमिका होगी। यूपी शासन ने यहां की अर्थव्यवस्था को 5 साल में 1 ट्रिलियन डालर की इकोनॉमी के रूप में बदलने की कार्ययोजना को बढ़ाया है। यह तभी संभव है, जब ग्राम पंचायतें आत्मनिर्भर होंगी।
ग्राम पंचायतों में संभावनाएं हैं। तकनीक का उपयोग कर गांव को स्मार्ट बनाकर आत्मनिर्भरता का लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। जीडीपी में एक प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी करनी है तो हाईस्पीड इंटरनेट व वाईफाई की सुविधा ग्राम पंचायत में बढ़ानी होगी। इसे 10 प्रतिशत बढ़ा दें तो 1.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी होती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूर्वी यूपी में पहले यह सीजन खौफ का होता था। जापानी इंसेफेलाइटिस से बहुत जान जाती थी। पहले प्रतिवर्ष 1200 से 1500 मौत होती थी। 40 वर्ष में 50 हजार बच्चों ने जान गंवाई। जेई-एईएस के इस वर्ष सिर्फ 40 मरीज आए। 7 सिर्फ जेई के थे। मौत शून्य थी। हर वर्ष गोरखपुर जिले में 500-600 मौतें होती थीं। 5 वर्ष में प्रयास ने जमीनी धरातल पर काम दिखाना प्रारंभ कर दिया। एक से 15 वर्ष के बच्चे चपेट में आते थे। लोगों में भय था पर डबल इंजन की सरकार के प्रयास से जेई से होने वाली मौत दर को शून्य तक पहुंचाने में सफलता पाई। इस बीमारी से बचे बच्चे आज देश व समाज के लिए अपनी ऊर्जा का लाभ दे पाएंगे। यह भी स्मार्ट पंचायत का नमूना है।
अमृत सरोवर गांव के जलस्तर को ऊंचा करने में मददगार
अमृत सरोवर आजादी के अमृत महोत्सव से तो जोड़ता है और गांव के जलस्तर को ऊंचा करने में मदद करेगा। गांव की आमदनी का माध्यम बनाकर इसे मत्स्य पालन से जोड़ सकते हैं। अतिरिक्त भूमि का प्रयोग कॉमर्शियल उपयोग कर सकते हैं।

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